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278 चाय बागानों की होगी समीक्षा

सिलीगुड़ी: हमारे विरोधी झूठी अफवाह फैला रहे हैं कि चाय बागान बंद होने से मजदूर आत्महत्या कर रहें है. भुखमरी से मर रहे हैं.वाम के शासन काल में 14 चाय बगान बंद थे. उनकी मजदूरी बढ़ाई नहीं गयी. किसी तरह की सुविधा नहीं दी गयी. फिलहाल कुछ माह से छह चाय बगान बंद है. उनमें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2013 7:39 AM

सिलीगुड़ी: हमारे विरोधी झूठी अफवाह फैला रहे हैं कि चाय बागान बंद होने से मजदूर आत्महत्या कर रहें है. भुखमरी से मर रहे हैं.वाम के शासन काल में 14 चाय बगान बंद थे. उनकी मजदूरी बढ़ाई नहीं गयी. किसी तरह की सुविधा नहीं दी गयी. फिलहाल कुछ माह से छह चाय बगान बंद है. उनमें से तीन को हम अति शीघ्र चालू करेंगे. केंद्र सरकार से हमें 100 करोड़ रूपये का अनुदान मिलेगा.

इस राशि से हम श्रमिकों के लिए जन कल्याण का काम करेंगे. यह कहना है राज्य श्रम मंत्री पूण्रेदू बसु का. वें मंगलवार को सेवक रोड स्थित पीसी मित्तल बस ट्रमिनश स्थित नैस आवस के उदघाटन के अवसर पर सिलीगुड़ी पधारे थें.

श्रम मंत्री पूण्रेदू बसु ने कहा बंद चाय बगान के मजदूर को हर तरह की सहायता देंगे. सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि चाय श्रमिकों को नि:शुल्क इलाज करें. बंद चाय बगान मजूदरों के सहित उत्तर बंगाल के 278 चाय बगानों में मजदूरों की स्थिति के लिए एक जांच कमेटी गठित की जाएगी. फिलहाल मजदूरों को 1500 रूपया बेरोजगारी भत्ता के तहत दिया जाएगा. संयुक्त लेबर कमीशनर के साथ चाय बगान के मालिक और मजदूरों को लेकर बैठक बुलावाने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने आगे बताया कि श्रमिकों को तकनीकी दक्षता प्रदान करने के लिए कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

उन्हें प्रमाण-पत्र भी दिया जाएगा. अंतराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्थाओं को लेकर हम उन्हें और भी सुविधा देने का आग्रह करेंगे. चाय पत्तियों को तोड़ने के लिए पिछने 11 साल से किसी तरह की वृद्धि नहीं हुई. लेकिन तृणमूल सरकार ने अब चाय मजदूरों को प्रति किलो पांच रूपये अधिक देने का निर्णय किया है. अब प्रति किलो चाय पत्ति तोड़ने के लिए 18 रूपये दिया जाएगा. पीसी मित्तल बस स्टैंड में आज नैस कालीन आवस का मंत्री ने उदघाटन किया. इस भवन में परिवहन क्षेत्र के मजदूर 10 रूपये देकर रह सकते है.

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