ISI जासूसी कांड में भारतीय थलसेना का हवलदार गिरफ्तार

नयी दिल्ली / दार्जिलिंग / सिलीगुड़ी : दिल्ली पुलिस ने कथित तौर पर आईएसआई से जुड़े जासूसी रैकेट के सिलसिले में आज पश्चिम बंगाल के सिलिगुडी से भारतीय थलसेना के एक जवान को गिरफ्तार किया. इस गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या बढकर पांच हो गई. आरोपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2015 5:22 PM

नयी दिल्ली / दार्जिलिंग / सिलीगुड़ी : दिल्ली पुलिस ने कथित तौर पर आईएसआई से जुड़े जासूसी रैकेट के सिलसिले में आज पश्चिम बंगाल के सिलिगुडी से भारतीय थलसेना के एक जवान को गिरफ्तार किया. इस गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या बढकर पांच हो गई. आरोपी की पहचान फरीद खान के तौर पर हुई है. फरीद थलसेना में हवलदार के पद पर कार्यरत है. उसने कथित तौर पर गोपनीय सूचनाएं संदिग्ध खुफिया तत्वों से साझा की.

संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध रविंद्र यादव ने कहा, ‘‘अपराध शाखा की एक आठ सदस्यीय टीम ने सिलिगुड़ी जाकर उसे आज गिरफ्तार किया.’ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संदिग्ध कार्यकर्ता कफैतुल्ला खान की अगुवाई वाले जासूसी रैकेट के सिलसिले में यह पांचवीं गिरफ्तारी है. कफैतुल्ला को 26 नवंबर को नयी दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था. इस रैकेट में गिरफ्तार होेने वाला वह पहला शख्स था. उसे एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए भोपाल जाने के दौरान गिरफ्तार किया गया था. वह कथित तौर पर और जासूसों की भर्ती के मकसद से भी भोपाल जा रहा था. इसके बाद बीएसएफ के हेड कांस्टेबल अब्दुल राशिद, थलसेना के पूर्व हवलदार मुनव्वर अहमद मीर और सरकारी स्कूल के शिक्षक सबर को गिरफ्तार किया गया. सबर को जम्मू-कश्मीर के रजौरी जिले में उसके किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया था.

अपराध शाखा के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘फरीद ने ‘‘सर्जन’ कोड नाम का इस्तेमाल किया और वह पुलिस की नजर में तब आया जब उन्हें खान के पास से एक सीडी मिली जिसमें बातचीत रिकॉर्ड थी. सरकारी गोपनीयता कानून के तहत आरोपित किए गए फरीद को एक अदालत में पेश किया गया और उसे ट्रांजिट रिमांड पर कल दिल्ली लाया जाएगा.’ उन्होंने कहा कि फरीद ने रजौरी में तैनाती के वक्त सबर से मुलाकात की थी और बाद में कथित नेटवर्क के अन्य सदस्यों से मिलवाया. अधिकारी ने बताया कि उसे थलसेना ने हिरासत में लिया था और बाद में उसे अपराध शाखा की टीम को सौंप दिया गया. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने बताया कि पुलिस को फरीद के पास से कोई दस्तावेज नहीं मिला है लेकिन उसकी गिरफ्तारी के लिए जरुरी पर्याप्त सबूत हैं. इस बीच, रजौरी गई पुलिस की अपराध शाखा की एक 14 सदस्यीय टीम मीर और सबर के साथ दिल्ली पहुंच चुकी है. दोनों को कल अदालत में पेश किया जाएगा. टीम इस बात की जांच कर रही है क्या थलसेना के अन्य जवान भी इस रैकेट में शामिल हैं.

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