मालदा में मंत्रियों की भिड़ंत का मामला, नबान्न भेजी गयी रिपोर्ट
मालदा: गुरुवार को मालदा कॉलेज आॅडिटोरियम में पट्टा वितरण कार्यक्रम के दौरान दो मंत्रियों की भिड़ंत की घटना को लेकर जिला अधिकारी शरद द्विवेदी ने एक विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री के सचिवालय नबान्न को भेजी है. कोलकाता भेजी गयी इस रिपोर्ट के बारे में जिला प्रशासन का कोई अधिकारी कुछ बोलना नहीं चाह रहा है. सूत्रों […]
अधिकारियों ने सबकुछ जांचने के बाद ही पट्टा पानेवालों की सूची तैयार की थी. इसके बावजूद उक्त अवांछित घटना कैसे घट गयी, जिला प्रशासन के अधिकारी यह समझ नहीं पा रहे हैं. रिपोर्ट में अधिकारियों के साथ हुए दुर्व्यवहार का भी उल्लेख किया गया है. इस घटना के बाद जिला प्रशासन को इंगलिशबाजार में पट्टा वितरण बंद कर देना पड़ा. जिला प्रशासन नवान्न से यह भी जानना चाहता है कि अब पट्टा वितरण कब किया जाये.
शुक्रवार को जिला अधिकारी शरद द्विवेदी ने कहा कि इंगलिशबाजार में पट्टा शीघ्र ही दिया जायेगा. जो भी आरोप आये हैं उन सब की अधिकारी पूरी छानबीन कर रहे हैं. लेकिन नवान्न को क्या रिपोर्ट भेजी गयी है, इस बारे में उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. जिला अधिकारी ने सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहा, लेकिन उनके कई अधीनस्थ अधिकारियों का कहना है कि जिले के दो मंत्रियों कृष्णेंदु चौधरी और सावित्री मित्रा के झगड़े के चलते उन्हें प्रशासनिक कामकाज करने में अत्याधिक परेशानी हो रही है. यह ठीक है कि गुरुवार की घटना सबके सामने आ गयी, लेकन ऐसी घटनाएं बीच-बीच में घटती ही रहती हैं. दो मंत्रियों के प्रशासनिक कामकाज में हस्तक्षेप की वजह से काम करना मुश्किल हो रहा है.
इंगलिश बाजार ब्लॉक इलाके के सरकारी जमीन पर निवास करनेवाले नागरिकों को पट्टा प्रदान करने का काम जैसे ही शुरू हुआ,मंत्री कृष्णेंदु चौधरी नाराज हो गये. मंच पर खड़े होकर उन्होंने इंगलिश बाजार ब्लॉक के शहर व ग्रामीण इलाकों में पट्टा देने का काम बंद रखने के लिए कहा. श्री चौधरी ने कहा कि इंगलिश बाजार नगरपालिका के चेयरमैन होने के नाते नगरपालिका इलाके में उनकी जानकारी के बिना पट्टा दिया जा रहा है. पट्टा वितरित करने की जानकारी नगरपालिका व पंचायत समिति तक को नहीं है. मंत्री कृष्णेंदु चौधरी को जवाब देते हुए मंत्री सावित्री मित्रा ने कहा था कि पट्टा प्रदान कार्यक्रम राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा घोषित कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया है. मंत्री सावित्री मित्रा का भाषण समाप्त होते ही दोनों मंत्रियों के बीच बहस शुरू हो गयी थी. मंत्री श्री चौधरी सावित्री मित्रा और अन्य पदाधिकारियों पर चिल्लाये और कहा कि किसके कहने पर पट्टा प्रदान किया जा रहा है. सावित्री मित्रा को उन्होंने दलाल तक कह दिया था़