भक्ति में एकाग्रता और समर्पण होना चाहिए : सतपाल महाराज
सिलीगुड़ी मे दो दिवसीय सद्भावना सम्मेलन सम्पन्न सिलीगुड़ी़ : संसार का चीज संसार मे ही रह जाएगा़ कुछ भी साथ नहीं जाएगा,इसलिए भगवान की भक्ति से नाता जोड़ना चाहिए़ भक्ति के प्रति जिस इंसान में एकाग्रता और समर्पण होता है उसका जीवन सफल होता है़ यह बातें मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान मे मानव […]
सिलीगुड़ी मे दो दिवसीय सद्भावना सम्मेलन सम्पन्न
सिलीगुड़ी़ : संसार का चीज संसार मे ही रह जाएगा़ कुछ भी साथ नहीं जाएगा,इसलिए भगवान की भक्ति से नाता जोड़ना चाहिए़ भक्ति के प्रति जिस इंसान में एकाग्रता और समर्पण होता है उसका जीवन सफल होता है़
यह बातें मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान मे मानव धर्म आश्रम, मझुवा,सालुगड़ा मे दो दिवसीय सद्भावना सम्मेलन के दौरान श्री सतपाल जी महाराज ने कही़ उन्होंने कहा कि जैसे जल के अन्दर आग है और उस तारबाइन से बिजली बनाई जाती है,ठीक इसी तरह भगवान का सच्चा नाम भी हमारे अन्दर है लेकिन उसे संतो के सानिध्य में जाना जा सकता है़ उन्होंने कहा कि वाईफाइ सब जगह है लेकिन बिना पासवर्ड के नहीं चलाया जा सकता़ उसी तरह भगवान भी सब जगह हैं
उसे प्राप्त करने के लिए भी नाम रूपी पासवर्ड चाहिए़ उन्होंने आगे कहा कि मन बड़ा चंचल है औरइसे वैराग और अभ्यास से द्वारा ही जीता जा सकता है़ इसके साथ उन्होने सभी देश वासियो और विश्व के सभी लोगो को नव वर्ष की शुभकामना दी़ सतपाल महाराज के इस प्रवचन के साथ ही सद्भावना सम्मेलन का समापन भी हो गया़
यह जानकारी देते हुए संगठन की ओर से हिम बहादुर सुनार ने बताया कि सम्मेलन के दौरान मानव सेवा दल, यूथ विंग द्वारा भक्तों के ठहरने व निशुल्क भंडारे की व्यवस्था की गयी थी़ इस सम्मेलन मे भाग लेने के लिए देश के कोने कोने से भक्त आए हुये थे़ इस अवसर पर हरिद्वार से आए हुये महात्मा हरिसंतोषानंद जी, महात्मा पार्वती बाई जी के साथ कनाडा से आए हुये कर्नल मान सिंह ने भी अपना प्रवचन को रखा़