प्राकृतिक आपदा: भूकंप से सिलीगुड़ी में भी दहशत

सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी तथा इसके आसपास के लोगों को एक बार फिर से भूकंप के दहशत का सामना करना पड़ा है. पिछले कुछ वर्षों से सिलीगुड़ी में एक-पर-एक भूकंप के झटके लग रहे हैं, जिसकी वजह से लोग हमेशा ही डरे रहते हैं. 25 अप्रैल को भूकंप के झटके सहने के बाद सिलीगुड़ी के लोगों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2016 7:10 AM
सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी तथा इसके आसपास के लोगों को एक बार फिर से भूकंप के दहशत का सामना करना पड़ा है. पिछले कुछ वर्षों से सिलीगुड़ी में एक-पर-एक भूकंप के झटके लग रहे हैं, जिसकी वजह से लोग हमेशा ही डरे रहते हैं.

25 अप्रैल को भूकंप के झटके सहने के बाद सिलीगुड़ी के लोगों को एक बार फिर से सोमवार को तड़के 4.35 बजे भूकंप का झटका सहना पड़ा. हालांकि उस समय सभी लोग अपने-अपने घरों में सोये हुए थे, लेकिन भूकंप के तेज झटके से उनकी नींद टूट गई. उसके बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया. भूकंप की दहशत से भागने के क्रम में कई लोग घायल हो गये. प्राप्त जानकारी के अनुसार, अलीपुरद्वार की रहने वाली संध्या वर्मन (40) का छह दांत टूट गया है. वह हाल ही में सिलीगुड़ी के इस्कॉन मंदिर रोड स्थित अपने एक रिश्तेदार के घर आयी थी. वह आंख की चिकित्सा कराने के लिए नेपाल के विरतामोड़ आयी हुई थी. वहां से चिकित्सा कराने के बाद वापसी में सिलीगुड़ी स्थित अपने रिश्तेदार के घर रूक गई.

परिजनों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भूकंप के झटके लगने के बाद वह बचने के लिए घर से बाहर भागी. इसी क्रम में वह सीढ़ियों से गिर गई और उसके छह दांत टूट गये. उसे सिलीगुड़ी सदर अस्पताल में भरती कराया गया है. सेवक रोड स्थित रघुनाथ साहा (65) नामक एक मसाला व्यवसायी भी भूकंप के डर से भागने के क्रम में गिर कर घायल हो गया है. उनकी भी चिकित्सा सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में करायी गयी है. एक मनोज दास (44) नामक एक व्यक्ति की चिकित्सा शहर के एक निजी नर्सिंग होम में चल रही है. डॉक्टरों से मिली जानकारी के अनुसार मयनागुड़ी के रहने वाले इस व्यक्ति की रीढ़ की हड्डी टूट गई है. वह भी भूकंप के समय भागने की कोशिश कर रहे थे. सिलीगुड़ी के एसडीओ राजनवीर सिंह कपूर और सिलीगुड़ी नगर निगम में विरोधी दल के नेता नान्टू पाल इन घायलों को देखने के लिए अस्पताल गये. इस बीच, सिलीगुड़ी की एसडीओ ने भूकंप के बाद डिजास्टर मैनेजमेंट कमेटी की एक आपात बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि एक सब-डिवीजनल डिजास्टर मैनेजमेंट ऑफिसर की विशेष रूप से तैनाती की गई है और एक विशेष नंबर भी जारी किया गया है. इस मोबाइल फोन का नंबर 9635984364 है. शीघ्र ही इस मोबाइल नंबर का प्रचार सोशल मीडिया के माध्यम से किया जायेगा. आपातकालीन स्थिति में कोई भी व्यक्ति इस मोबाइल नंबर से संपर्क कर राहत प्राप्त कर सकते हैं. श्री कपूर ने आगे कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए वह शीघ्र ही बीएसएफ, एसएसबी तथा सीआरपीएफ के अधिकारियों को लेकर एक बैठक करेंगे. दूसरी तरफ भूकंप की वजह से रेल सेवाओं पर भारी असर पड़ा है. सिलीगुड़ी के अलीपुरद्वार डिवीजन के अंतर्गत कई ट्रेनों को भूकंप के समय विभिन्न स्टेशनों पर रोक दिया गया.

रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अलीपुरद्वार डिवीजन में 12 ट्रेनों पर भूकंप की वजह से ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है. इसके अलावा रंगिया डिवीजन, लामडिंग डिवीजन तथा तिनसुकिया डिवीजन में भी ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित रही. भूकंप के समय अलीपुरद्वार जंक्शन-लामडिंग इंटरसिटी एक्सप्रेस को फकीराग्राम स्टेशन पर रोक दिया गया. हावड़ा-गुवाहाटी सरायघाट एक्सप्रेस न्यू अलीपुरद्वार में करीब आधे घंटे तक रूकी रही. इसी तरह से लोकमान्य तिलक गुवाहाटी, सियालदह न्यू अलीपुरद्वार, तीस्ता तोर्षा एक्सप्रेस, अवध असम एक्सप्रेस, कंचनजंगा एक्सप्रेस, महानंदा एक्सप्रेस, अलीपुरद्वार जंक्शन-सिलीगुड़ी इंटरसिटी एक्सप्रेस विभिन्न स्टेशनों पर रोक दी गई.

क्या कहते हैं रेलवे अधिकारी
पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के सीपीआरओ पीजे शर्मा ने बताया है कि भूकंप की खबर लगते ही ट्रेनें रोक दी गई थी. रेलवे अधिकारियों ने रेलवे पटरियों एवं ब्रिजों आदि की जांच की. उसके बाद रेल सेवा को बहाल किया गया. इस क्रम में कई ट्रेनें लेट हुई है.
क्या कहते हैं डीएम
भूकंप को लेकर दार्जिलिंग के जिला शासक अनुराग श्रीवास्तव का कहना है कि भूकंप की वजह से दार्जिलिंग जिले में कहीं भी जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है. भूकंप की दहशत की वजह से भागने के क्रम में भले ही कुछ लोग मामूली रूप से घायल हो गये हैं. सिलीगुड़ी अस्पताल में चिकित्सा के बाद सभी घायलों को छुट्टी दे दी गई है.

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