मालदा: मानिकचक व भूतनी द्वीप में गंगा का तट कटाव रोकने के लिए फरक्का बैरेज पर भरोसा न करते ही राज्य सरकार ने खुद ही इस ओर पहल शुरू कर दी हैं. आज राज्य के मंत्रीद्वय सावित्री मित्र व कृष्णोंदु राय चौधरी की मौजूदगी में बांध मरम्मती का काम शुरू किया गया. यह जानकारी मालदा के जिलाशासक गोदाला किरण कुमार ने दी. इस काम के लिए साढ़े तीन करोड़ रुपये आवंटित हुआ है. मनरेगा के तहत परियोजना का काम होगा.
एनआरइजीएस एवं सिंचाई विभाग संयुक्त रूप से बांध निर्माण का काम करेगी. जिलाशासक ने कहा कि कोशिश है बारिश के पहले ही काम संपूर्ण कर लेने का. हाल ही में जिला प्रशासन के साथ फरक्का बैरेज प्रतिनिधियों का दो चरणों में बैठक हुई थी. दोनों बैठक में ही फरक्का बैरेज ने साफ कह दिया कि उनके पास रुपये नहीं है. केंद्र सरकार बाढ़ की रोकथाम के लिए रुपये आवंटित नहीं करना चाह रही हैं. बीते जनवरी में फरक्का बैरेज ने 45 करोड़ की योजना बना कर केंद्र के पास भेजा था.
जो अभी तक अनुमोदित नहीं हुआ. बैरेज के महाप्रबंधक अरुण कुमार सिन्हा ने खुद इस बारे में जानकारी दी. केंद्र के फैसले के बारे में उन्होंने जिला प्रशासन को अवगत करा दिया था. जिलाशासक ने कहा कि हम हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठ सकते. भूतनी में एक लाख लोग रहते हैं. वहां तीन ग्राम पंचायत हैं. 2012 में फरक्का बैरेज प्रबंधन ने वहां बाढ़ की रोकथाम के लिए काम किया था. एक नया बांध भी तैयार किया गया था. जो टूट चुका है. पानी बढ़ने पर भूतनी द्वीप में संकट गहरा सकता है. मानिकचक के बीडीओ ने जिला प्रशासन को बता दिया था कि मानिकचक के भूतनी द्वीप में हीरानंदपुर एवं दक्षिण चंडीपुर बांध की हालत ठीक नहीं है. सिंचाई विभाग की ओर से भी रिपोर्ट दिया गया है कि बाढ़ की रोकथाम के लिए वहां चार किलोमीटर बांध मरम्मती की आवश्यकता है.
इसके बाद ही दोनों मंत्रियों की मौजूदगी में जिला प्रशासन ने मनरेगा के तहत भूतनी में बांध निर्माण करने का फैसला लिया. सिंचाई विभाग ने बांध का एक परियोजना तैयार किया है. भूतनी द्वीप के हीरानंदपुर के केशवपुर से कालूटोला तक पौने चार किलोमीटर व भूतनी के दक्षिण चंडीपुर के शंकरटोला से बागडुगरा मोड़ तक पौने चार किलोमीटर मिट्टी का बांध तैयार किया जायेगा. दोनों बांधों के लिए ढ़ाई करोड़ रुपये आवंटित किये गये है.
इसके अलावा मानिकचक थाना के धरपुर के जिसारतटोला से स्वीच गेट तक करीब दो किलोमीटर बांध तैयार किया जायेगा. इसके लिए खर्च होंगे 60 लाख. वहीं मानिकचक थाना के गोपालुपर के वेदमारा से कामालतिपुर तक पौने तीन किलोमीटर बांध दिया जायेगा. इसके लिए खर्च होंगे 90 लाख. एनआरइजीएस के जिला परियोजना अधिकारी सुदीप्त चक्रवर्ती ने कहा कि इस काम से दो सुविधा होगी. पहला बाढ़ की रोकथाम दूसरा भारी मात्र में मजदूरों को काम मिलेगा. एक लाख 66 हजार 320 कार्य दिवस की सृष्टि होगी. हजारों श्रमिकों को काम मिलेगा. लक्ष्य रखा गया है कि रोजाना 1100 से डेढ़ हजार मजदूर एक साथ काम करेंगे. मानिकचक में मजदूरों की कमी नहीं है. बांध के काम के लिए कुल 128 परियोजना तैयार किया गया है.