महानंदा को नहीं होने देंगे ‘महागंदा’: मिथिलेश

सिलीगुड़ी: महानंदा को ‘महागंदा’ नहीं होने दिया जायेगा. महानंदा को बचाने एवं संस्कार के लिए बिहारी युवा चेतना समिति ने जो मुहिम छेड़ी है यह अनवरत जारी रहेगा. यह मुहिम केवल मीडिया में खबर बनने तक सिमित नहीं रहेगी. यह कहना है आयोजक कमेटी के अध्यक्ष मिथिलेश मिश्रा का. उन्होंने कहा कि महानंदा नदी भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2016 1:35 AM
सिलीगुड़ी: महानंदा को ‘महागंदा’ नहीं होने दिया जायेगा. महानंदा को बचाने एवं संस्कार के लिए बिहारी युवा चेतना समिति ने जो मुहिम छेड़ी है यह अनवरत जारी रहेगा. यह मुहिम केवल मीडिया में खबर बनने तक सिमित नहीं रहेगी. यह कहना है आयोजक कमेटी के अध्यक्ष मिथिलेश मिश्रा का. उन्होंने कहा कि महानंदा नदी भी गंगा का ही एक अंश है और इसका विलय भी गंगा में ही होता है. इसलिए समाज के हरेक वर्ग का महानंदा को भी गंगा की तरह पूर्ण आस्था के साथ पूजना और पवित्र बनाये रखना परम कर्तव्य है.

श्री मिश्रा ने कहा कि महानंदा के प्रति लोगों में आस्था का अलख जगे इसके लिए समिति की ओर एक मुहिम की शुरूआत की गयी है. इसके तहत प्रत्येक महीने के पूर्णिमा की शाम को महानंदा के विभिन्न घाटों पर वाराणसी के गंगा आरती के तर्ज पर महाआरती-पूजन का आयोजन होगा. साथ ही महानंदा के आस-पास के मंदिरों के पुजारियों को हरेक शाम को मंदिर की आरती के साथ-साथ नदी की भी आरती स्थानीय भक्तों को साथ लेकर करने की अपील की जा रही है. इस मुहिम की शुरूआत कल यानी गुरूवार को मकर संक्रांति व पूर्णिमा की शाम पांच बजे महानंदा के लालमोहन निरंजन मौलिक घाट पर महाआरती से होगी. इससे पहले तीन बजे करीब दो दर्जन पुरोहितों की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महानंदा की पूजा होगी. श्री मिश्रा ने कहा कि यह मुहिम लगातार जारी रहेगी. इससे लोगों में महानंदा के प्रति आस्था जागृत होगी और तभी महानंदा का अस्तित्व भी बचेगा. अन्यथा सरस्वती नदी के तरह महानंदा भी इतिहास बनकर रह जायेगी.
नगर निगम ने नहीं करायी घाट की सफाई
गुरूवार को महानंदा नदी के लालमोहन निरंजन मौलिक घाट पर महाआरती-पूजन के लिए नदी का संस्कार व घाट की सफाई के लिए आयोजक कमेटी बिहारी युवा चेतना समिति द्वारा सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य से अपील की थी़ लिखित आवेदन किये जाने के बावजूद निगम के साफ-सफाई विभाग ने घाट की सफाई नहीं करायी. जबकि महाआरती-पूजन आयोजन के 24 घंटा से भी कम समय ही बचा है. निगम की इस लापरवाही के मद्देनजर आयोजक कमेटी के पदाधिकारी व सभी सदस्य काफी आक्रोशित हैं. कमेटी के उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू ने कहा कि आवेदन देने के दौरान मेयर ने स्वयं इस मुहिम की सराहना करते हुए निगम द्वारा नदी का संस्कार एवं घाट की सफाई कराने का आश्वासन दिया था. बुधवार की सुबह से ही निगम के जेसीबी द्वारा महानंदा से गंदगी हटाने की बात थी. सुबह से दोपहर होने को चला लेकिन निगम की ओर से कोई पहल नहीं हुई. निगम के मेयर, डिप्टी मेयर, साफ-सफाई विभाग के एमएमआइसी व अधिकारियों को बार-बार सूचित किये जाने के बावजूद कोइ लाभ नहीं हुआ.
एमएमआइसी की सफाई ‘जेसीबी चलाने हेतु तेल नहीं’
सिलीगुड़ी नगर निगम के साफ-सफाई विभाग के एमएमआइसी मुकुल सेनगुप्त को आयोजक कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा मोबाइल पर बार-बार कहे जाने के बाद दोपहर को वह घाट का मुआयना करने पहुंचे और कमेटी के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की. आज नदी संस्कार एवं घाट की सफाई न कराये जाने की अपनी सफाई में श्री सेनगुप्त ने कहा कि निगम की जिस जेसीबी से नदी व घाट की गंदगी हटवानी थी उसमें तेल नहीं है. इसलिए आज सफाई नहीं हो सकी. इसके लिए उन्होंने खेद प्रकट करते हुए कल सुबह से ही साफ-सफाई कराने का आश्वासन श्री सेनगुप्त ने कमेटी के प्रतिनिधियों को दिया.

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