सातवें वेतन आयोग व श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ अनोखा आंदोलन, स्ट्राइक बैलेट से रेलवे कर्मचारियों का जनमत संग्रह
सिलीगुड़ी. सातवें वेतन आयोग की प्रतिगामी सिफारिशों और श्रमविरोधी नीतियों के विरुद्ध पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारियों ने एक अनोखा आंदोलन रविवार से शुरू किया है. इस आंदोलन के तहत अपनी 36 सूत्री मांगों को लेकर स्ट्राइक बैलेट के जरिये जनमत संग्रह किया जा रहा है. यह जानकारी पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे कर्मचारी संगठन की सेंट्रल ऑर्गनाइजिंग कमेटी […]
सिलीगुड़ी. सातवें वेतन आयोग की प्रतिगामी सिफारिशों और श्रमविरोधी नीतियों के विरुद्ध पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारियों ने एक अनोखा आंदोलन रविवार से शुरू किया है. इस आंदोलन के तहत अपनी 36 सूत्री मांगों को लेकर स्ट्राइक बैलेट के जरिये जनमत संग्रह किया जा रहा है.
यह जानकारी पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे कर्मचारी संगठन की सेंट्रल ऑर्गनाइजिंग कमेटी के सचिव परविंदर सिंह ढिल्लों ने दी. उन्होंने बताया कि आज से शुरू हुआ यह मतदान नौ फरवरी तक पूर्वोत्तर रेलवे के सभी स्टेशनों और दफ्तरों में चलेगा. संगठन की सिलीगुड़ी जंक्शन इकाई के सचिव प्रदीप गजमेर ने बताया कि नौ फरवरी तक जितना भी स्ट्राइक बैलेट होगा, उसे अन्य सरकारी अधिकारियों की मौजूदगी में बैलेट बॉक्स से बाहर निकाला जायेगा और मांगों के समर्थन और विरोध में बैलेटों की गिनती की जायेगी.
इस गिनती को पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे मुख्यालय मालीगांव के जरिये केंद्र सरकार को भेजा जायेगा. संगठन के संयोजक एवं प्रचार-प्रसार विभाग के सचिव तनुज दे बताया कि इस जनमत संग्रह आंदोलन से केंद्र सरकार को यह अवगत कराना है कि आखिर सातवें वेतन आयोग और श्रमविरोधी नीतियों का रेलवे कर्मचारी कितना समर्थन कर रहे हैं. श्री दे ने बताया कि केंद्र की इन नीतियों के विरुद्ध एक फरवरी से शुरू किया गया विरोध प्रदर्शन भी लगातार जारी है.
यह प्रदर्शन नौ फरवरी तक जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी केंद्र अपनी नीतियों में बदलाव नहीं करता है तो बृहत्तर आंदोलन किया जायेगा. रविवार को आंदोलन के प्रथम दिन सिलीगुड़ी जंक्शन पर स्टेशन मैनेजर के दफ्तर के पास सहायक स्टेशन मास्टर प्रतिमा दे, संगठन के अध्यक्ष प्रदीप चक्रवर्ती समेत बड़ी संख्या में अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपना मत बैलेट बॉक्स में डाला.