सौगात: विधानसभा चुनाव के पहले मुख्यमंत्री हुईं मेहरबान, खोला पिटारा अस्थायी कर्मचारियों का वेतन बढ़ा

कोलकाता. मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में तृणमूल सरकार ने राज्य के विभिन्न विभागों में काम करनेवाले अस्थायी कर्मचारियों के लिए अपना जादुई पिटारा खोल दिया आैर उनके वेतन में जबरदस्त इजाफे का एलान कर डाला. मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों में अस्थायी, ठेका व दैनिक कर्मचारी वर्षों से काम कर रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2016 1:27 AM
कोलकाता. मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में तृणमूल सरकार ने राज्य के विभिन्न विभागों में काम करनेवाले अस्थायी कर्मचारियों के लिए अपना जादुई पिटारा खोल दिया आैर उनके वेतन में जबरदस्त इजाफे का एलान कर डाला. मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों में अस्थायी, ठेका व दैनिक कर्मचारी वर्षों से काम कर रहे हैं. उन्हें काफी कम वेतन मिलता है. उन्हें एवं उनके परिवार को ध्यान में रख कर उनका वेतन बढ़ाने का फैसला किया गया.

ग्रुप डी आैर ग्रुप सी के इन अस्थायी, ठेका व दैनिक कर्मचारियों के वेतन में तीन हजार से लेकर 12 हजार रुपये तक का इजाफा किया गया है. इसके साथ ही अब से प्रत्येक वर्ष उनके वेतन में तीन प्रतिशत का इजाफा किया जायेगा. पहले प्रत्येक तीन वर्ष में वेतन में पांच प्रतिशत इजाफा किया जाता था. सबसे बड़ी बात यह है कि अब इन सरकारी कर्मचारियों को नौकरी जाने का खतरा नहीं रहेगा. मुख्यमंत्री ने बताया कि 60 वर्ष तक की उम्र तक उन्हें काम से हटाया नहीं जायेगा. सिर्फ यही नहीं काम से रिटायर होने के बाद इन कर्मियों को सरकार दो लाख रुपये रिटायरमेंट बेनिफिट के रूप में देगी. सरकार के इस फैसले से उसे अतिरिक्त 500 करोड़ रुपये का खर्च वहन करना पड़ेगा. इसके साथ ही सरकार ने मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है, जो इस बात का पता लगायेगी कि इन कर्मचारियों को आैर क्या-क्या सुविधा प्रदान की जाये. कमेटी 30 अगस्त को अपनी रिपोर्ट सरकार के हवाले करेगी.

बच्चों की देखभाल के लिए मिलेगी पितृत्व छुट्टी
राज्य के सरकारी कर्मचारियों को अब पितृत्व छुट्टी मिलने वाली है. राज्य मंत्रिमंडल में इस फैसले को पारित किया गया है. इस फैसले के तहत अब पुरुष कर्मचारियों को अपने बच्चे की देखभाल के लिए सरकार 30 दिन की छुट्टी देगी. यह छुट्टी बच्चे की देखभाल के लिए उसके जन्म से उसके 18 वर्ष की उम्र तक दी जायेगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सभी का ख्याल रखती है. इसलिए हम लोगों ने पुरुष सरकारी कर्मचारियों को पितृत्व छुट्टी देने का फैसला किया है. इसके साथ ही सरकार ने महिला कर्मचारियों को मिलनेवाली मातृत्व छुट्टी को 180 दिन से बढ़ा कर 730 दिन कर दिया है. महिला कर्मचारियों को यह छुट्टी बच्चे के जन्म से लेकर उसकी देखभाल तक के लिए दी जाती है.

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