शहर में बढ़ा मच्छरों का आतंक
सिलीगुड़ी : मौसम के बदलते मिजाज के साथ शहर में मच्छरों का आतंक भी काफी बढ़ गया है. घर हो या दुकान-दफ्तर हर जगह मच्छरों ने आतंक मचा रखा है. दिन हो या रात, मच्छर डंक मारने से बाज नहीं आते. दिन में चैन से नहीं रहने देते तो रात में सोने नहीं देते. आलम […]
सिलीगुड़ी : मौसम के बदलते मिजाज के साथ शहर में मच्छरों का आतंक भी काफी बढ़ गया है. घर हो या दुकान-दफ्तर हर जगह मच्छरों ने आतंक मचा रखा है. दिन हो या रात, मच्छर डंक मारने से बाज नहीं आते. दिन में चैन से नहीं रहने देते तो रात में सोने नहीं देते. आलम यह है कि इनके तांडव से लोग सब समय परेशान रहते हैं.
सिलीगुड़ी नगर निगम का इस ओर कोई ध्यान न होने से इन आतंकी मच्छरों का मनोबल भी दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. निगम की ओर से कुछ न होते देख लोग खुद ही इनसे बचने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाने को मजबूर हैं लेकिन सभी हथकंडे बेकार साबित हो रहे हैं. ये कलयुगी मच्छर इलेक्ट्रिक तेल, स्प्रे, फास्ट कार्ड हो या फिर क्वाइल, सब भारी पड़ते हैं.
इनके इस्तेमाल से मच्छरों के भागने की तो दूर की बात उल्टे इंसानों का ही स्वास्थ्य प्रभावित होता है. मच्छरों के आतंक से शहरवासी इतने डरे-सहमे हुए हैं कि उनके आंखों के सामने बीते वर्षों की जानलेवा घटनाएं तरोताजा हो रही है. बीते दो-तीन वर्षों से सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में मच्छरों के इसी आतंक की वजह से हजारों लोग डेंगु, मलेरिया, एंसेफ्लाइटिस जैसे घातक बीमारी के शिकार हुए और सैकड़ों लोगों की जाने भी गयी थी.
शहर के शक्तिगढ़ के निवासी जितेंद्र तिवारी उर्फ मुन्ना का कहना है कि न तो शहर में साफ-सफाई सही ढंग से व नियमित होती है और न ही बिल्चिंग पावडर, तेल स्प्रे या फोगिंग आदि का छिड़काव किया जा रहा है. जब-तक लोगों के जान जाने का सिलसिला शुरू नहीं होगा, तब-तक शासन-प्रशासन की नींद नहीं टूटेगी. इसे लेकर सिलीगुड़ी नगर निगम में साफ-सफाई विभाग के मेयर परिषद सदस्य (एमएमआइसी) मुकुल सेनगुप्त से उनके मोबाइल पर बार-बार संपर्क की कोशिश मच्छरों से बचाव किये जाने वाले हथकंडों की तरह नाकाम साबित हुआ.
मुंबई में लगेगी उत्तर बंगाल की बेहतरीन चाय की प्रदर्शनी
सिलीगुड़ी़ मुंबई में आयोजित होने वाली विश्व चाय एवं कॉफी उत्सव में उत्तर बंगाल के बेहतरीन चाय की प्रदर्शनी लगायी जायेगी. इस प्रदर्शनी का आयोजन 20 से 22 अक्टूबर को किया जायेगा.
इसके आयोजक सेंटिनल एग्जीबशन के निदेशक मितेश कपाड़िया ने बताया कि सिलीगुड़ी में भी एक प्रदर्शनी का आयोजन इस महीने की 26 और 27 तारीख को किया जा रहा है़ श्री कपाड़िया ने कहा कि चाय के उत्पादन और गुणवत्ता में उत्तर बंगाल और दार्जिलिंग की एक अलग पहचान है़ यहां की चाय को विश्व स्तर पर पहचान मिल रही है.