इस रैली में तृणमूल के कइ नेता और भारी संख्या में समर्थक शामिल हुए. बैनर में तृणमूल नेता ममता बनर्जी के लिए लिखा था कि हम मयनागुड़ी विधानसभा के तृणमूल कर्मी आपके के साथ पहले भी थे और अभी भी हैं, लेकिन 16 मयनागुड़ी (एससी) विधानसभा सीट से अनंतदेव अधिकारी को दोबारा टिकट देने पर पार्टी को नुकसान होगा़ इस मामले में विधायक अनंतदेव अधिकारी ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.
आज की रैली में शामिल सरिफूल इस्लाम ने बताया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में जहां पूरे राज्य में विकास कार्य हो रहा है वहीं मयनागुड़ी बंचित रह गया. उन्होंने बताया कि अनंतदेव अधिकारी को जनता ने वोट देकर अपने इलाके के विकास के लिये निर्वाचित किया था़ विधायक बनने के बाद वे जनता से मुलाकात तक नहीं करते. उन्हें हमेशा अपने कुछ खास लोगों के साथ ही घुमते देखा गया है. इस विषय पर जिला तृणमूल अध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती से संपर्क करने की कोशिश की गयी लेकिन संपर्क नहीं हो पाया. आज की इस रैली में पार्टी के किसी बड़े नेता को नहीं देखा गया.
उम्मीदवारों की घोषणा से पहले ही तृणमूल के अंदर गुटबाजी शुरू हो गयी है.उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा चुनाव में आरएसपी उम्मीदवार के रूप में अनंत देव राय ने तृणमूल उम्मीदवार यूतिका राय बासुनिया को हराकर जीत हासिल की थी. इसके बाद वर्ष 2013 में मुकुल राय के कहने पर अनंत देव तृणमूल में शामिल हो गये. वर्ष 2014 के उपचुनाव में करीब तीस हजार वोटों से अनंत देव विजयी हुये. इसके बाद राज्य के वन विभाग के प्राणी सम्पदा विकास बोर्ड के चेयरमैन बने.