पहली बाजी में ही मंत्री बन गये थे गौतम देव

सिलीगुड़ी : नयी विधानसभा सीट पर गौतम देव पहली बार चुनाव लड़े और न केवल जीत हासिल की, बल्कि ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री भी बन गये. तब उन्होंने माकपा के एक अन्य हेवीवेट उम्मीदवार दिलीप सिंह को पटकनी दी थी. उन्होंने दिलीप सिंह को 11 हजार 236 वोट से हराया था. उस समय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 4, 2016 8:05 AM
सिलीगुड़ी : नयी विधानसभा सीट पर गौतम देव पहली बार चुनाव लड़े और न केवल जीत हासिल की, बल्कि ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री भी बन गये. तब उन्होंने माकपा के एक अन्य हेवीवेट उम्मीदवार दिलीप सिंह को पटकनी दी थी. उन्होंने दिलीप सिंह को 11 हजार 236 वोट से हराया था.
उस समय गौतम देव तृणमूल कांग्रेस तथा कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार थे. वर्ष 2011 के चुनाव में यहां भारी मतदान हुआ था. एक लाख 75 हजार 296 मतदाताओं ने मतदान किया था और मतदान का प्रतिशत 83.57 रहा. इनमें से गौतम देव को 48.29 प्रतिशत वोट पाने में सफलता मिली थी. गौतम देव 84 हजार 649 वोट पाने में सफल रहे थे.
वाम मोरचा के उम्मीदवार दिलीप सिंह 41.88 प्रतिशत यानी कुल 73 हजार 413 वोट पाने में सफल रहे. उस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार दुलाल कांति दास मात्र दस हजार 623 वोट पाने में ही सफल रहे और उनका मत प्रतिशत 6.06 रहा. तब के चुनाव में इस सीट से नौ उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमायी थी. आमरा बंगाली के बापन घोष मात्र 742 वोट लेकर नौवें स्थान पर रहे थे. बसपा उम्मीदवार संजीवन सरकार 1423 वोट लेकर पांचवें स्थान पर रहे थे.
दो निर्दलीय उम्मीदवारों सुभाष विश्वास तथा नीतू जय प्रीतम ने भी अपनी किस्मत आजमायी थी. दोनों बुरी तरह से पराजित हुए. इस बार के विधानसभा चुनाव में भी गौतम देव यही से लड़ेंगे. वह पहले ही इस बात की घोषणा कर चुके हैं. मंत्री गौतम देव का कहना है कि पार्टी उन्हें जहां से टिकट देगी.
वह वही से चुनाव लड़ेंगे लेकिन डाबग्राम-फूलबाड़ी उनकी पहली पसंद है. अच्छा रहेगा कि पार्टी उन्हें यही से चुनाव लड़ने की इजाजत दे. इस मामले में गौतम देव चाहे जो कहें, लेकिन वास्तविकता यह है कि उनके इसी सीट से चुनाव लड़ना तय है. वाम मोरचा की ओर से एक बार फिर से उन्हें दिलीप सिंह चुनौती दे सकते हैं.
आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सीटों पर एक ओर जहां चुनाव लड़ने की तैयारी विभिन्न राजनीतिक दल कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वर्ष 2011 के चुनाव परिणाम को लेकर भी चरचा शुरू हो गई है. राजनीतिक दल वर्ष 2011 के आंकड़ों के हिसाब से अपनी रणनीति बनाने में जुट गये हैं.
इसी क्रम में सिलीगुड़ी के निकट डाबग्राम-फूलबाड़ी विधानसभा सीट पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई है. यह सीट जलपाईगुड़ी जिले में है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि सिलीगुड़ी नगर निगम के कई वार्ड इसी विधानसभा सीट के अधीन पड़ते हैं. इसके अलावा इस सीट से एक बार फिर से तृणमूल कांग्रेस के हेवीवेट उम्मीदवार मंत्री गौतम देव का लड़ना तय है. वर्ष 2011 के विधानसभा चुनाव में गौतम देव पर सब पर भारी पड़े थे. इस सीट का गठन भी तभी हुआ था.

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