सिलीगुड़ी : माटीगाढ़ा, पत्तीराम जोत स्थित नैब मातृछाया सेवा संस्थान में रविवार को आवासीय वोकेसनल ट्रेनिंग सेंटर, ऑडोटेरियम का उदघाटन और दृष्टिहीनों बुजुर्ग के लिए ‘मातृ -मंदिर’ का शिलान्यास किया जायेगा. जानकारी शनिवार को एक प्रेस वार्ता में मातृछाया के उपाध्यक्षा सुलोचना मानसी ने दी.
उपाध्यक्षा ने पत्रकारों को बताया कि सिलीगुड़ी मेरा ससुराल है. ईश्वर ने व्यक्ति को खाने-पीने के अलावा भी किसी काम के लिए इस धरती पर भेजा है. भारत में एक करोड़ 20 लाख नेत्रहीन है. उन्हें भी जीने और संसार की सभी सुख सुविधा भोगने का हक है.
यदि हमारे पास संसाधन है, तो इनकी मदद करनी चाहिए. 2010 में यहां पर मैंने छोटे से सपने को लेकर ‘मातृ छाया’ नाम से एक दृष्टिहीन संस्थान खोला था. हमने 50 छात्र-छात्राओं को यहां जगह दी. कुछ समाजसेवियों की मदद से यह शुभ काम अपना विस्तार ले रहा है. इसी क्रम में हम इन छात्रों को आर्थिक रूप से स्व निर्भर बनाने के लिए एक आवासीय ट्रेनिंग स्कूल, जिसमें कंप्यूटर और संगीत की शिक्षा दी जायेगी.
उपाध्यक्ष संपत मल संचेती ने बताया कि सात हजार स्क्वायर फीट का ‘श्रीमती सुलोचना मानसी ओडेटेरियम’ का उदघाटन किया जायेगा. साथ ही दृष्टिहीन वृद्ध के लिए ‘मातृ मंदिर’ नाम से एक वृद्धाश्रम का शिलान्यास किया जायेगा. यह मंदिर इस साल तक पूरा हो जायेगा. इस प्रेस-वात्र्ता में नेशनल एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड की सचिव डॉ कंचन गाबा सहित विभिन्न सदस्य उपस्थित थे.