चेतावनी: विवेकानंद फ्लाइओवर पर गरमाती जा रही सियासत, सिद्धार्थनाथ को अशोक भट्टाचार्य की चेतावनी
सिलीगुड़ी: कोलकाता के बड़ाबाजार में विवेकानंद फ्लाइ ओवर के टूटने के सप्ताह भर बाद भी सियासत ठंडी होने के बजाय और गरमाती जा रही है. वाम शासन में तत्कालीन नगर विकास मंत्री तथा सिलीगुड़ी विधानसभा सीट से माकपा उम्मीदवार अशोक भट्टाचार्य ने भाजपा के बंगाल प्रांत के सह-प्रभारी सिद्धार्थनाथ सिंह पर तल्ख हमला करते हुए […]
सिलीगुड़ी: कोलकाता के बड़ाबाजार में विवेकानंद फ्लाइ ओवर के टूटने के सप्ताह भर बाद भी सियासत ठंडी होने के बजाय और गरमाती जा रही है. वाम शासन में तत्कालीन नगर विकास मंत्री तथा सिलीगुड़ी विधानसभा सीट से माकपा उम्मीदवार अशोक भट्टाचार्य ने भाजपा के बंगाल प्रांत के सह-प्रभारी सिद्धार्थनाथ सिंह पर तल्ख हमला करते हुए उन्हें कोर्ट में घसीटने की चेतावनी दी है. यह चेतावनी श्री भट्टाचार्य ने बुधवार को सिलीगुड़ी में दार्जिलिंग जिला पार्टी मुख्यालय अनिल विश्वास भवन में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान दी.
उन्होंने कहा कि विवेकानंद फ्लाई ओवर को लेकर मेरे नाम पर अगर श्री सिंह अगर दोबारा गलत बयानबाजी करते हैं तो उनके विरूद्ध मानहानि का मामला दायर किया जायेगा. श्री भट्टाचार्य ने श्री सिंह को पहले फ्लाइ ओवर के इतिहास का अध्ययन करने और उसके बाद मीडिया में बयानबाजी करने की सलाह दी.
उन्होंने फ्लाइ ओवर के इतिहास की जानकारी देते हुए कहा कि वाम शासन में 2007-08 में केंद्र की योजना जवाहर लाल नेहरू अरबन रिन्यूअल मिशन (जेएनयूआरएम) के तहत बड़ाबाजार में फ्लाइ ओवर परियोजना को पूरा करने के लिए हैदराबाद की आइवीआरसीएल कंपनी को टेंडर दिया गया था. तब यह कंपनी देश की नामी व बड़ी कंस्ट्रकशन कंपनियों में से एक थी. उस समय इस कंपनी का शेयर भाव 200.95 रुपये प्रति शेयर था. यह कंपनी वाम शासन में ब्लैक लिस्ट नहीं हुई थी, बल्कि ममता सरकार में 2011 के बाद ब्लैक लिस्ट हुई. बंगाल में ममता सरकार के आने के बाद ही इस कंपनी का दलाल स्ट्रीट में शेयर भाव औंधे मुंह गिरने लगा. आज इस कंपनी का शेयर बाजार में मात्र 19 रुपया प्रति शेयर है.