बंगाल में होगा बिहार चुनाव जैसा हाल : सूर्यकांत
जलपाईगुड़ी/ सिलीगुड़ी. पश्चिम बंगाल में बिहार चुनाव के गंठबंधन जैसा हाल होगा. ममता बनर्जी को पहाड़ पर जाना बहुत अच्छा लगता है. सत्ता में आने के बाद दार्जिलिंग में बंगला बुक करके उन्हें वहीं भेज देंगे. नयी सरकार उनकी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखेगी. यह कटाक्ष किया है सीपीएम नेता सूर्यकांत मिश्र ने. गुरुवार को […]
जलपाईगुड़ी/ सिलीगुड़ी. पश्चिम बंगाल में बिहार चुनाव के गंठबंधन जैसा हाल होगा. ममता बनर्जी को पहाड़ पर जाना बहुत अच्छा लगता है. सत्ता में आने के बाद दार्जिलिंग में बंगला बुक करके उन्हें वहीं भेज देंगे. नयी सरकार उनकी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखेगी. यह कटाक्ष किया है सीपीएम नेता सूर्यकांत मिश्र ने. गुरुवार को उन्होंने जलपाईगुड़ी के धूपगुड़ी और मिलनी मैदान में गंठबंधन उम्मीदवार के लिए चुनावी सभा की.
उन्होंने सिलीगुड़ी के पास घुघुमाली में डाबग्राम-फूलबाड़ी सीट से माकपा प्रत्याशी दिलीप सिंह के लिए भी प्रचार किया. आमबाड़ी-फालाकाटा में भी उन्हें सभा को संबोधित करना है. मिलनी मैदान में सूर्यकांत की प्रचार सभा में जबरदस्त भीड़ उमड़ी. यह दृश्य देखकर सत्तारूढ़ दल के नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें पड़ गयीं.
सूर्यकांत मिश्र ने कहा कि चुनाव प्रचार के लिए आने पर ममता बनर्जी हेलीपैड से ही पुलिस अफसरों को अनेक तरह के निर्देश दे रही हैं. लेकिन बाद में वही अफसर हम लोगों को सुरक्षा के लिए सावधान रहने के लिए होशियार करते हैं. इसका मतलब है कि ममता सरकार के अफसर अब यह समझ गये हैं कि तृणमूल का पतन निकट है.
उन्होंने कहा कि ममता सरकार के समय में घूसकांड हुआ, वाम के समय में नहीं. मौजूदा सरकार ने राज्य के सम्मान को नुकसान पहुंचाया है. बीते पांच सालों में तृणमूल के नेता और मंत्री करोड़पति हो गये. सूर्यकांत ने आरोप लगाया कि दीदी ने परदे के पीछे से मोदीभाई के साथ सांठ-गांठ कर रखी है इसलिए तृणमूल नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
हाल ही में मतदान के दौरान सूर्यकांत को नारायनगढ़ में बूथ में नहीं घुसने दिया गया था. ममता बनर्जी ने उन्हें लक्ष्य करके गोबैक कहा था. इस मामले को उठाते हुए सूर्यकांत ने कहा कि इसके बाद भी वह हालात का जायजा का लेने के लिए बूथ में जाते रहेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें कोई रोक नहीं पायेगा.
सीपीएम नेता ने कहा कि चाय बागानों में श्रमिक भूख से मर रहे हैं और ममता दीदी प्रचार में यहां आने पर मां के आगे मौसी की कहानी सुनाते हुए गलत तथ्य पेश करती हैं. उन्होंने कोलकाता के फ्लाई ओवर हादसे का जिक्र करते हुए इसके लिए सत्तारूढ़ दल को जिम्मेदार ठहराया.