चुनावी दावंपेंच. कल मतदान, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
कूचबिहार को छोड़ कर उत्तर बंगाल के सभी जिलों में विधानसभा चुनाव प्रचार का शोर शुक्रवार को थम गया. सभी जिलों में 17 अप्रैल को मतदान होना है. इधर, दार्जिलिंग जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में भी चुनाव प्रचार थम गया है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभी उम्मीदवारों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. […]
कूचबिहार को छोड़ कर उत्तर बंगाल के सभी जिलों में विधानसभा चुनाव प्रचार का शोर शुक्रवार को थम गया. सभी जिलों में 17 अप्रैल को मतदान होना है. इधर, दार्जिलिंग जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में भी चुनाव प्रचार थम गया है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभी उम्मीदवारों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी.
सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी में कांग्रेस व वाममोरचा गंठबंधन ने सुबह नौ बजे बाघाजतीन पार्क से एक महारैली निकाली. इस रैली में कांग्रेस नेता मानस भुईंया के साथ ही माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा, कांग्रेस के प्रदीप भट्टाचार्य, सिलीगुड़ी से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस समर्थित माकपा उम्मीदवार अशोक भट्टाचार्य आदि शामिल थे. यह रैली बाघायतीन पार्क से शुरू हुई और मल्लागुड़ी में संपन्न हुई. सिलीगुड़ी के नजदीक का विधानसभा क्षेत्र डाबग्राम-फूलबाड़ी में भी चुनावी शोर थम गया है. इस सीट से तृणमूल के टिकट पर मंत्री गौतम देव चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुख्य मुकाबला कांग्रेस-वाम मोरचा गंठबंधन के उम्मीदवार दिलीप सिंह से है. गौतम देव ने शुक्रवार को भारी संख्या में अपने समर्थकों के साथ एनजेपी में एक रैली की. दूसरी तरफ दिलीप सिंह भी घर-घर जाकर चुनाव प्रचार करते रहे. इस सीट से भाजपा उम्मीदवार रथीन्द्र बोस भी मैदान में हैं. उन्होंने 14 वार्डों में रोड शो किया.
दूसरी तरफ, सिलीगुड़ी में भाजपा उम्मीदवार गीता चटर्जी ने भी अंतिम दिन जमकर चुनाव प्रचार किया. इन तमाम प्रमुख राजनीति दलों के उम्मीदवारों के अलावा एसयूसीआइ, आमरा बंगाली जैसे छोटे राजनीतिक दलों के उम्मीदवार भी चुनाव प्रचार करते नजर आये. दार्जिलिंग जिले में कुल छह सीटों पर 17 अप्रैल को मतदान होना. इन छह विधानसभा सीटों में कुल 13 लाख एक हजार 800 मतदाता मतदान करेंगे. शांतिपूर्ण व निष्पक्ष मतदान कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी है. केंद्रीय बलों के जवान सभी विधानसभा केंद्र में भेज दिये गये हैं. ये जवान आमलोगों में आत्मविश्वास पैदा करने के लिए विभिन्न स्थानों पर पेट्रोलिंग भी कर रहे हैं.
दार्जििलंग जिले में सबसे अधिक वोटर माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी िवस क्षेत्र में
दार्जिलिंग के चुनाव अधिकारी अनुराग श्रीवास्तव ने बताया है कि जिले में सबसे अधिक मतदाता माटीगाड़ा–नक्सलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र में हैं. यहां कुल दो लाख 47 हजार 77 मतदाता हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में कुल दो हजार 331 मतदान केंद्र बनाये गये हैं. दार्जिलिंग विधानसभा क्षेत्र दूसरा सबसे बड़ा मतदाता वाला विधानसभा क्षेत्र है. यहां कुल दो लाख 28 हजार 833 मतदाता मतदान करेंगे. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या एक लाख 13 हजार 262, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या एक लाख 15 हजार 570 है. एक मतदाता किन्नर भी हैं. दार्जिलिंग में कुल आठ हजार 637 मतदान केंद्र बनाये गये हैं. सिलीगुड़ी में कुल दो लाख आठ हजार 445 मतदाता मतदान करेंगे. इसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या एक लाख सात हजार 176 व महिला मतदाताओं की संख्या एक लाख एक हजार 269 है. यहां कुल 274 मतदान केंद्र बनाये गये हैं.
दूसरे चरण का चुनाव : 56 सीटों के लिए होगा मतदान
कोलकाता. चुनाव आयोग व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच टकराव के बीच शुक्रवार की शाम पश्चिम बंगाल के दूसरे चरण की 56 सीटों के लिए चुनाव प्रचार थम गया. इस चरण में राज्य के सात जिलों अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, मालदा और वीरभूम में रविवार को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा. मतदान के दौरान 800 कंपनी केंद्रीय सुरक्षा बल की तैनाती होगी. पहले चरण में मतदान के दौरान चुनाव में धांधली के विपक्षी दलों के आरोप के मद्देनजर चुनाव आयोग ने प्रत्येक मतदान केंद्र पर केंद्रीय बल की तैनाती और कड़ी निगरानी का निर्देश दिया है.
उत्तर बंगाल में िकस जिले में िकतनी सीटें
दार्जिलिंग
कालिम्पोंग, दार्जिलिंग, कर्सियांग, माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी, सिलीगुड़ी व फांसीदेवा.
जलपाईगुड़ी
धूपगुड़ी, मयनागुड़ी, जलपाईगुड़ी सदर, राजगंज, डाबग्राम-फूलबाड़ी, माल व नागराकाटा.
मालदा
हबीबपुर, गाजोल, चांचल, हरिश्चंद्र, मालतीपुर, रतुआ, मानिकचक, मालदा, इंगलिश बाजार, मोथाबाड़ी, सुजापुर व वैष्णवनगर.
अलीपुरद्वार
कुमारग्राम, कालचीनी, अलीपुरद्वार, फालाकाटा व मदारीहाट.
उत्तर दिनाजपुर
चोपड़ा, इसलामपुर, ग्वालपोखर, चाकुलिया, करणदीघी, हेमताबाद, कालियागंज, रायगंज और इटाहार.
दक्षिण दिनाजपुर
कुशमंडी, कुमारगंज, बालुरघाट, तपन, गंगारामपुर और हरिरामपुर.