पता नहीं कब बनेगा अंडरपास

जलपाईगुड़ी : एक और चुनाव आया और खत्म हो गया, लेकिन यातायात के लिए अंडरपास बनने का इंतजार खत्म नहीं हुआ है. नागराकाटा के कटहलतला बाजार इलाके में अंडरपास बनाने की मांग ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है. रविवार को भी हजारों लोग मतदान के लिए खड़ी ट्रेन के नीचे से पार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2016 8:56 AM

जलपाईगुड़ी : एक और चुनाव आया और खत्म हो गया, लेकिन यातायात के लिए अंडरपास बनने का इंतजार खत्म नहीं हुआ है. नागराकाटा के कटहलतला बाजार इलाके में अंडरपास बनाने की मांग ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है. रविवार को भी हजारों लोग मतदान के लिए खड़ी ट्रेन के नीचे से पार होकर मतदान केन्द्र पहुंचे. अपनी जान जोखिम में डालकर आवाजाही करना यहां के लोगों की आदत के साथ ही मजबूरी भी बन गई है.

ट्रेन के नीचे से गुजरकर जाने के क्रम में अब तक इस इलाके के कई लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल भी हो गये हैं. उसके बाद भी मजबूरी में लोगों को अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ती है. रविवार को जितने भी लोग मतदान करने पहुंचे, उन लोगों की बस एक ही मांग है कि इस स्थान पर या तो फ्लाइओवर या फिर अंडरपास बन जाये.

स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क चाहे जिसकी बने, उनकी मांगें पूरी हो जाये यही सबसे बड़ी उपलब्धि होगी. ट्रेन के नीचे से पार होने के क्रम में कई लोगों को अपना पांव गंवाना पड़ा है तो किसी के हाथ कट गये हैं. कटहलतला इलाके के कई लोग विकलांग हो चुके हैं. स्थानीय लोगों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, कटहलतला के उस पार बाजार होने के साथ-साथ कुरती चाय बागान एवं भगतपुर चाय बागान है. हर दिन ही यहां के लोगों को बाजार करने अथवा काम करने के लिए उस पार आना-जाना पड़ता है. सिलीगुड़ी तथा अलीपुरद्वार के बीच बड़ी लाइन बन जाने की वजह से यह परेशानी काफी बढ़ गई है. बीच में ही घंटों तक मालगाड़ी के लगे रहने से यहां के लोगों को जान जोखिम में डाल कर मालगाड़ी के नीचे से गुजर कर बाजार आदि जाना पड़ता है. बच्चे भी इससे नहीं बचे हुए हैं.

बच्चों को स्कूल जाने के लिए भी खड़ी ट्रेन के नीचे से लाइन पार होना होता है. इसके अलावा बैंक, बीडीओ कार्यालय, थाना आदि भी उस पार ही है. स्थानीय निवासी बिनोद महली को लाइन पार होने के क्रम में अपना दो पांव गंवाना पड़ा है. वह विकलांग की जिंदगी जी रहा है और कोई उसकी मदद करने वाला नहीं है. इसी प्रकार के कई उदाहरण इस इलाके में हैं. राम विलास, विष्णु अरूआ, सुजय बरूआ, रामकुमार, जयंती बरूआ आदि पहले की तरह ही रविवार को मतदान किया है. यह सभी लोग ट्रेन के नीचे से पार कर मतदान करने के लिए गये.

इन लोगों ने बताया कि वह लोग नयी सरकार बनाने के लिए मतदान कर रहे हैं. उम्मीद है कि इस बार जो सरकार बनेगी, वह अंडरपास अथवा फ्लाइओवर बनाने की पहल करेगी. इन लोगों ने आगे कहा कि इस समस्या की जानकारी इससे पहले भी कई नेताओं एवं मंत्रियों को दी गई है. समस्या का अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है.

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