ग्रामीण हावड़ा में राजनीतिक संघर्ष जारी
हावड़ा. चुनाव संपन्न होने के बाद भी ग्रामीण हावड़ा के विभिन्न स्थानों पर शुरू हुआ राजनैतिक संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले तीन दिनों उलबेड़िया व आमता विधानसभा केंद्र के कई स्थानों पर माकपा आैर तृणमूल समर्थकों के बीच मारपीट व हिंसक झड़प की घटनाएं घट चुकी हैं. गुरुवार देर रात फिर […]
हावड़ा. चुनाव संपन्न होने के बाद भी ग्रामीण हावड़ा के विभिन्न स्थानों पर शुरू हुआ राजनैतिक संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले तीन दिनों उलबेड़िया व आमता विधानसभा केंद्र के कई स्थानों पर माकपा आैर तृणमूल समर्थकों के बीच मारपीट व हिंसक झड़प की घटनाएं घट चुकी हैं. गुरुवार देर रात फिर श्यामपुर के रानापाड़ा में आगजनी की घटना घटी. यहां माकपा समर्थक अशोक भौमिक के धान गोले में आग लगा दी गयी. बताया जा रहा है कि अशोक व उसके परिवार के सदस्यों ने माकपा प्रत्याशी को वोट दिया था. इसी को लेकर स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उसके धान के गोले में आग लगा दी हालांकि तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष (ग्रामीण) पुलक राय ने इस घटना से इनकार किया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के बाद माकपा व भाजपा कार्यकर्ता हमारे कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट कर रहे हैं, क्योंकि कि उन्हें मालूम है कि राज्य की जनता दोबारा उन्हें नकारनेवाली है.
दूसरी घटना बागनान थाना अंतर्गत जालपायी गांव में घटी है. खबर है कि माकपा कार्यकर्ता प्रताप भौमिक तृणमूल कार्यकर्ताओं के डर से परिवार सहित घर छोड़कर भाग गये हैं. बताया जा रहा है कि घर पर नहीं मिलने पर उनके घर में तोड़फोड़ की गयी व सामान भी लूटे गये हैं. हालांकि पुलिस ने लूट की घटना से इनकार किया है. पुलिस ने बताया कि लूट की घटना नहीं घटी है. माकपा कार्यकर्ता पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की है. उल्लेखनीय है कि पिछले तीन दिनों में उलबेड़िया के फतेहपुर, काशमुली, भाटोरा सहित कई जगहों पर हुए राजनैतिक संघर्ष में माकपा व तृणमूल कांग्रेस के कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं. हालात को देखते हुए यहां पुलिस की गश्ती बढ़ा दी गयी है.