गियासुद्दीन अदालत में पेश सात दिन की पुलिस हिरासत

मालदा. वैष्णवनगर बम कांड में गिरफ्तार गियासुद्दीन शेख को मालदा अदालत में पेश किया गया. अदालत ने उसे सात की पुलिस हिरासत में भेज दिया. गियासुद्दीन को गुरुवार को पुलिस ने जैनपुर गांव से गिरफ्तार किया था. पुलिस ने उसके खिलाफ पांच गैरजमानती धाराएं लगायी हैं. इनमें 325 (गंभीर रूप से जख्मी करना), 304 (गैरइरादतन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2016 12:56 AM
मालदा. वैष्णवनगर बम कांड में गिरफ्तार गियासुद्दीन शेख को मालदा अदालत में पेश किया गया. अदालत ने उसे सात की पुलिस हिरासत में भेज दिया. गियासुद्दीन को गुरुवार को पुलिस ने जैनपुर गांव से गिरफ्तार किया था. पुलिस ने उसके खिलाफ पांच गैरजमानती धाराएं लगायी हैं. इनमें 325 (गंभीर रूप से जख्मी करना), 304 (गैरइरादतन हत्या), 386 (फिरौती), 308 (इरादतन जान लेने की कोशिश) और 120 बी (आपराधिक साजिश) शामिल हैं. शुक्रवार को दोपहर दो बजे पुलिस गियासुद्दीन शेख को लेकर अदालत पहुंची. उसे देखने के लिए भारी भीड़ अदालत में जमा हो गयी.
उल्लेखनीय है कि गियासुद्दीन के घर में बम बनाते समय चार तृणमूल कार्यकर्ताओं की धमाके में मौत हो गयी. बाद में बम निष्क्रिय करते समय दो सीआइडी कर्मी मारे गये थे. सीपीएम और कांग्रेस ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. सीपीएम के जिला सचिव अंबर मित्र ने कहा कि चार दिन हो चुके हैं और पुलिस अब भी असली अपराधियों तक नहीं पहुंच पायी है. जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, उसकी सिर्फ इतनी भूमिका है कि वह घर का मालिक है. इसके अलावा घटना के दिन वह घर में था नहीं. वह कामकाज के सिलसिले में दूसरे राज्य में गया था. उन्होंने कहा, मुझे आश्चर्य है कि इस घटना में दो सीआइडी कर्मी मारे गये, फिर भी पुलिस मंत्री का कोई बयान नहीं आया. अगर इस घटना में तृणमूल के पंचायत सदस्य की मौत नहीं हुई होती, तो पुलिस पूरे मामले में लीपापोती कर देती. पुलिस को काफी समय से उस घर में बम बनाये जाने की सूचना थी, लेकिन उसने कोई कदम नहीं उठाया. इसकी जांच होनी चाहिए.
जिला कांग्रेस की अध्यक्ष मौसम नूर ने कहा कि पुलिस की मदद से ही पूरा इलाका बदमाशों का स्वर्ग बन गया है. पंचायत सदस्य बम बना रहे हैं. दो सीआइडी कर्मियों की मौत के बाद भी दोषी पुलिस अफसरों पर राज्य सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. मुख्यमंत्री कानून-व्यवस्था को लेकर मूकदर्शक बनी हुई है. हम इस मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग कर रहे हैं.
वैष्णवनगर की घटना को लेकर जिला युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अम्लान भादुड़ी ने भी पुलिस की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि पुलिस को और ज्यादा सक्रिय रहना चाहिए. पुलिस की विफलता के कारण कालियाचक, वैष्णवनगर इलाके में लोग आत्मरक्षा के लिए बम और हथियार इकट्ठा करते हैं. यह इलाका बदमाशों का अड्डा बन गया है. उन्होंने कहा कि वैष्णवनगर बम कांड से हमारा कोई लेना-देना नहीं है.
जिस इलाके में विस्फोट हुआ था, शुक्रवार को राज्य खुफिया पुलिस के लोग वहां फिर पहुंचे और नये सिरे से तलाशी अभियान चलाया. जैनपुर व आसपास के गांव में तलाशी किये जाने की पुष्टि जिला पुलिस अधिकारी सैयद वकार रजा ने दी.

Next Article

Exit mobile version