थाने में दर्ज हुआ एफआइआर

मुंदरा कॉम्प्लेक्स को लेकर विवाद गहराया मालिक परिवार ने आरोप को बताया झूठा सिलीगुड़ी : मुंदरा कॉमप्लेक्स का विवाद अब और गहरा गया है. यहां परिसर के मालिक व किरायेदारों के बीच चल रहे झमेले में एक नया एफआईआर सिलीगुड़ी थाने में दर्ज हुआ है. पुलिस ने इस मामले में उचित जांच का आश्वासन दिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2016 8:02 AM
मुंदरा कॉम्प्लेक्स को लेकर विवाद गहराया
मालिक परिवार ने आरोप को बताया झूठा
सिलीगुड़ी : मुंदरा कॉमप्लेक्स का विवाद अब और गहरा गया है. यहां परिसर के मालिक व किरायेदारों के बीच चल रहे झमेले में एक नया एफआईआर सिलीगुड़ी थाने में दर्ज हुआ है.
पुलिस ने इस मामले में उचित जांच का आश्वासन दिया है. किरायेदारों की ओर से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में मुंदरा परिवार को दोषी ठहराया गया है, जबकि मुंदरा परिवार इस आरोप को निराधार बता रहा है. उल्लेखनीय है कि मुंदरा कॉमप्लेक्स में शुक्रवार रात एक चोरी की घटना हुई है. इस चोरी को लेकर मालिक व किरायेदारों के बीच झमेला बढ़ गया है.
मुंदरा कॉमप्लेक्स में कई ट्रांसपोर्ट व्यवसायी किरायेदार हैं. इनमें से एक, उमा केयरिंग कॉरपोरेशन की ओर से थाने में चोरी की रपट दर्ज करायी गयी है. उमा केयरिंग कॉरपोरेशन के मालिक रामानंद गुप्ता के अनुलसार चोरी के साथ काफी सारा माल भी नष्ट कर दिया गया है. इस घटना में उन्हें करीब दस लाख की क्षति पहुंची है. रामानंद गुप्ता ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मुंदरा कॉमप्लेक्स के मालिक पक्ष व हम किरायेदारों के बीच एक झमेला चल रहा है. दरअसल मुंदरा परिवार सभी किरायेदारों को वहां से हटाना चाहता है. पांच में से चार किरायेदारों का ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय है. एक किरायेदार का भंगार का व्यवसाय है. ये सभी व्यवसायी पिछले पचास वर्षों से यहां किराये पर गोडाउन लेकर व्यवसाय कर रहे हैं.
अब अचानक व्यवसाय स्थानांतरित करने पर हमें काफी क्षति का सामना सामना करना पड़ेगा. व्यवसासियों को जबरन हटाने के लिए मुंदरा परिवार की ओर से उनके व्यवसाय में विभिन्न तरह से बाधा उत्पन्न की जा रही है. श्री गुप्ता ने कहा कि शुक्रवार की रात गोडाउन के बाहर रखी चायपत्ती की बोरियां चोरी हो गयीं. इसके साथ ही प्लास्टिक के दाने, केमिकल व रंग के ड्रम को बर्बाद कर दिया गया है. इससे करीब दस लाख रुपये की क्षति पहुंची है.
उन्होंने कहा कि यह उनका नहीं, बल्कि क्लाइंट का माल था जो पहुंचाना था. सिलीगुड़ी रोडवेज एसोसिएशन के महासचिव अरबिंद घोष ने कहा कि मुंदरा परिवार जान-बूझ कर समस्याएं खड़ा कर रहा है ताकि व्यवस्यी गोडाउन खाली कर वहां से निकल जायें. इधर मुंदरा परिवार की ओर से राजेश मुंदरा ने व्यवसासियों के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि मालिक पक्ष पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है.
व्यवसासियों को पिछले एक वर्ष से माल गोडाउन के अंदर रखने के लिए कहा जा रहा है. अगर चोरी या हानि पहुंचानी ही होती तो यह कांड एक वर्ष पहले ही किया होता. मुंदरा परिवार इतना नीच काम कभी नहीं कर सकता है. पुलिस जांच कर घटना की सच्चाई उजागर करे.

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