एसजेडीए का चेयरमैन कौन, सिलीगुड़ी में चरचा का बाजार गरम

सिलीगुड़ी: एतिहासिक जीत के बाद राज्य में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने मंत्रिमंडल का गठन कर लिया है.अब निगमों तथा विभिन्न सरकारी बोर्डों की कुरसी भरी जानी है. सिलीगुड़ी तथा जलपाईगुड़ी के लोगों की निगाहें अब सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण(एसजेडीए) पर लगी हुयी है. आखिरकार इस बार कौन एसजेडीए का चेयरमैन होगा,इसकी चरचा हर ओर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2016 7:43 AM
सिलीगुड़ी: एतिहासिक जीत के बाद राज्य में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने मंत्रिमंडल का गठन कर लिया है.अब निगमों तथा विभिन्न सरकारी बोर्डों की कुरसी भरी जानी है. सिलीगुड़ी तथा जलपाईगुड़ी के लोगों की निगाहें अब सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण(एसजेडीए) पर लगी हुयी है.

आखिरकार इस बार कौन एसजेडीए का चेयरमैन होगा,इसकी चरचा हर ओर की जा रही है. परंपरा के मुताबिक राज्य के सत्ताधारी पार्टी के विधायक ही इस कुरसी की शोभा बढ़ाते आये हैं. इस बार इस कुरसी पर जलपाईगुड़ी जिले के भी कई विधायकों की नजर है. राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव के साथ अलीपुरद्वार के विधायक सौरभ चक्रवर्ती का नाम रेस में सबसे आगे है. हांलाकि इस रेस में राजगंज से तृणमूल विधायक खगेश्वर राय भी हैं.

राज्य में नये मंत्रिमंडल के गठन के बाद अब उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम(एनबीएसटीसी) और एसजेडीए का चेयरमैन का पद रिक्त है. सूत्रों के मुताबिक एनबीएसटीसी के चेयरमैन पद के लिए सौरभ चक्रवर्ती का नाम करीब-करीब तय हो चुका है. बीते दिनों राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदुअधिकारी के साथ उनकी मुलाकात भी हुयी.इसके अलावा जलपाईगुड़ी तथा अलीपुरद्वार जिले में तृणमूल को शानदार जीत दिलाकर वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी गुडबुक में हैं.माना जा रहा है कि एनबीएसटीसी का चेयरमैन उन्हें ही बनाया जायेगा. चुनाव से पहले बगैर विधायक बने ही वह इस पद पर थे. राज्य में पहली बार तृणमूल सरकार बनने के साथ डाबग्राम-फूलबाड़ी के विधायक गौतम देव को उत्तर बंगाल विकास मंत्री के साथ एनबीएसटीसी के चेयरमैन की जिम्मेदारी भी सौंपी गयी थी. सौलहवें विधानसभा चुनाव के करीब एक वर्ष पहले राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनबीएसटीसी के चेयरमैन की कुरसी सौरभ चक्रवर्ती को सौंप दी. उस समय सौरभ जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिले के तृणमूल अध्यक्ष थे. इस विधानसभा चुनाव में सौरभ चक्रवर्ती ने दोनों जिलों में पार्टी को आशातीत सफलता दिलायी है. फलस्वरूप एनबीएसटीसी के चेयरमैन पद के लिये इनका नाम लगभग तय माना जा रहा है.
एनबीएसटीसी के बाद सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण(एसजेडीए) के चेयरमैन का पद सबसे महत्पपूर्ण है. इस पद के लिये राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव और सौरभ चक्रवर्ती का नाम रेस में सबसे उपर है. वाम मोरचा सरकार के समय सिलीगुड़ी के विधायक व तत्कालीन नगर विकास मंत्री अशोक भट्टाचार्य एसजेडीए के चेयरमैन थे. वर्ष 2011 में सत्ता परिवर्तन के बाद सिलीगुड़ी के तृणमूल विधायक डा. रूद्रनाथ भट्टाचार्य को एसजेडीए का चेयरमैन बनाया गया. इनके चेयरमैन बनने के एक वर्ष बाद ही 200 करोड़ के घोटाला का मामला सामने आया.

उसी समय मुख्यमंत्री ने डा. भट्टाचार्य को इस पद से हटा कर तत्कालीन उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी. लेकिन इस बार परिस्थिति थोड़ी अलग है. इस विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस दार्जिलिंग जिले के छह विधानसभा सीटो में से एक पर भी कब्जा नहीं जमा पायी. इसलिए दार्जिलिंग जिले के छह विधायक इस कुरसी को नहीं पा सकते.

एसजेडीए का दायरा सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी शहर की सीमा के अंतर्गत है. अब तृणमूल कांग्रेस के सामने समस्या यह है सिलीगुड़ी से माकपा के अशोक भट्टाचार्य और जलपाईगुड़ी से कांग्रेस के सुख विलास वर्मा विधायक निर्वाचित हुए हैं. इस वजह से एसजेडीए का चेयरमैन बनाये जाने को लेकर संशय बना हुआ है.

परंपरा के मुताबिक राज्य सरकार यह पद किसी तृणमूल विधायक को ही सौंपेगी. एसजेडीए के चेयरमैन पद के लिये पर्यटन मंत्री गौतम देव और सौरभ चक्रवर्ती का नाम सबसे उपर है. इसके अतिरिक्त राजगंज सीट के तृणमूल विधायक खगेश्वर राय भी इस रेस में शामिल हैं. गौतम देव को पहले ही राज्य का पर्यटन मंत्री बनाया जा चुका है. सौरभ चक्रवर्ती का नाम एनबीएसटीसी के चेयरमैन पद के लिये लगभग तय हो चुका है. समीकरण के हिसाब से खगेश्वर राय भी एसजेडीए के चेयरमैन पद के प्रबल दावेदार है. सौरभ चक्रवर्ती तो बगैर चुनाव जीते ही एनबीएसटीसी का चेयरमैन बन गये थे. जबकि खगेश्वर राय पिछले तीन विधानसभा चुनाव में लगातार राजगंज सीट पर कब्जा बनाये हुए हैं.

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