यह सनसनीखेज घटना इंगलिश बाजार थाने की मिलकी ग्राम पंचायत के नतून टोला गांव में रात साढ़े ग्यारह बजे घटी. इस घटना के बाद पूर्व सेनाकर्मी नाजिर शेख ने इंगलिश बाजार थाने में आठ स्थानीय लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी. खबर पाकर पुलिस नतून टोला गांव पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुके थे.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि नाजिर शेख के घर के सामने कई दिनों से कुछ स्थानीय बदमाश शराब का ठेका चला रहे थे. शनिवार रात को घर के सामने शराबियों के हल्ले-हंगामे से परेशान होकर नाजिर शेख बाहर निकले और ठेके का विरोध किया. आरोप है कि तभी बदमाशों ने शराब की बोतल और आग्नेयास्त्र लेकर नाजिर शेख पर हमला बोल दिया. शराब की बोतल के वार से उनका सर फट गया. पूर्व सेनाकर्मी घटनास्थल पर ही लहुलूहान हालत में गिर पड़े. उनकी चीत्कार सुनकर आसपास के घरों के लोग बाहर आये. लोगों को जमा होते देख बदमाशों ने हवा में दो राउंड गोलियां दागीं और भाग निकले.
नाजिर शेख ने बताया कि मेरे घर में पत्नी और बेटे-बेटियां हैं. इलाके के कुछ बदमाश मेरे घर के सामने का रास्ता घेर कर रोज रात में शराब का अड्डा जमा लेते थे. शाम होते ही घर के सामने का माहौल खराब हो जाता था. घर की लड़कियां शाम के बाद घर से नहीं निकल पा रही थीं. घटना वाले दिन भी रात में शराबियों का हल्ला-हंगामा चल रहा था. यह सब मुझसे बरदाश्त नहीं हुआ तो मैंने वहां जाकर शराबियों का विरोध किया. लेकिन मुझे इसका ख्याल तक नहीं था कि गली-मुहल्ले के शराबियों के पास आग्नेयास्त्र होगा. मेरे विरोध करते ही उन लोगों ने मुझे आग्नेयास्त्र दिखाकर मुझे जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद एक खाली बोतल उठाकर मेरे सिर पर मार दी. हमले के बाद मेरे सिर से खून बहने लगा. मैंने लोगों को आवाज लगाते हुए बदमाशों से मुकाबले की कोशिश की. उनकी संख्या आठ से दस थी. पास-पड़ोस के लोगों के पहुंचने के बाद बदमाश भाग गये.
स्थानीय लोग कहते हैं कि नाजिर शेख इलाके में एक अच्छे आदमी के रूप में जाने जाते हैं. वह काफी दिनों तक पंजाब, कश्मीर आदि जगहों पर सेना में तैनात रहे. सेवानिवृत्ति के बाद पिछले तीन सालों से वह अपने बाग और तालाब की देख-रेख कर रहे हैं. उनके घर के सामने के रास्ते पर कब्जा कर पिछले काफी दिनों से शराबियों का अड्डा चल रहा था. हमलोग डर के मारे कुछ बोल नहीं पा रहे थे. शनिवार रात को नाजिर शेख ने इस गैरकानूनी काम के खिलाफ खड़े होने का साहस दिखाया, तो उन पर हमला हो गया.
इधर, मिलकी ग्राम पंचायत के तृणमूल कांग्रेस के उप-प्रधान निजाम अली ने कहा कि इलाके में गैरकानूनी शराब के ठेके को बंद कराने के सिलसिले में पहले भी पुलिस के पास शिकायत की गयी थी. लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. पुलिस की लापरवाही के कारण ही बदमाशों के हमले में एक पूर्व सैनिक घायल हुआ. हमने एक बार फिर पूरे मामले की शिकायत पुलिस के पास की है. जिले के पुलिस अधीक्षक प्रसून बनर्जी ने बताया कि पूर्व सैनिक पर हमले के मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश पुलिस को दिये गये हैं. फरार आरोपियों को अविलंब तलाश कर गिरफ्तार करने को कहा गया है.