फेरीघाटों के आवंटन में अनियमितता के आरोप

मालदा. तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर फेरीघाटों को टेंडर देने का आरोप कांग्रेस तथा माकपा गठबंधन परिचालित मानिकचक पंचायत समिति पर लगा है. इसको लेकर पंचायत समिति में विरोधी दल के तृणमूल कांग्रेस नेता राजकुमार मंडल ने ब्लॉक प्रशासन से लिखित शिकायत भी की है. मानिकचक के बीडीओ उत्पल मुखर्जी ने मामले को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2016 1:30 AM
मालदा. तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर फेरीघाटों को टेंडर देने का आरोप कांग्रेस तथा माकपा गठबंधन परिचालित मानिकचक पंचायत समिति पर लगा है. इसको लेकर पंचायत समिति में विरोधी दल के तृणमूल कांग्रेस नेता राजकुमार मंडल ने ब्लॉक प्रशासन से लिखित शिकायत भी की है. मानिकचक के बीडीओ उत्पल मुखर्जी ने मामले को देखने का भरोसा दिया है. मानिकचक ब्लॉक में गंगा, फुलहर सहित विभिन्न नदियों पर फेरीघाटों पर नियंत्रण का काम पंचायत समिति का है. तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि फेरीघाटों के टेंडर देने में अनियमितता बरती गई है. पंचायत समिति में विरोधी दल के नेता राजकुमार मंडल ने कहा कि पंचायत समिति ने अपने लोगों को टेंडर दिया है.

वर्ष 2014 में फेरीघाटों के लिए टेंडर जारी किये गये थे. उसके बाद बगैर टेंडर के ही फेरीघाट पसंदीदा लोगों को दे दिया गया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले के मुकाबले इस वर्ष काफी कम रुपये में टेंडर दिये गये हैं. सरकारी नियमानुसार टेंडर जारी नहीं करने की स्थिति में लीज के पूर्व मूल्य पर कम से कम दस प्रतिशत बढ़ाकर टेंडर देने का प्रावधान है.

इस नियम की पूरी तरह से अनदेखी की गई है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014-15 वित्तीय वर्ष के दौरान मानिकचक के शंकर टोला तथा कालीटोला फेरीघाट को क्रमश: 23 तथा 17 लाख रुपये की लीज पर दिया गया था. इस वर्ष शंकरटोला फेरीघाट 13 लाख में तथा कालीटोला घाट 11 लाख रुपये में दे दिया गया. लीज राशि में इतनी कमी के बारे में पंचायत समिति की ओर से कुछ भी नहीं कहा जा रहा है. दूसरी तरफ पंचायत समिति की अध्यक्ष माकपा की राखि मंडल ने तृणमूल के आरोपों को नकार दिया है. उन्होंने कहा है कि सरकारी नियमों को मानकर ही फेरीघाटों के लीज दिये गये हैं.

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