उन्होंने शनिवार को यूनियन की केंद्रीय कमिटी की बैठक बुलाने का संकेत देते हुए उसमें इन सारे विषयों पर विचार- विमर्श किये जाने की बात भी कही. आठवें चरण में भूख हड़ताल के पहुंचने पर दार्जिलिंग के विधायक अमर सिंह राई, कर्सियांग के विधायक डॉ रोहित शर्मा भी उपस्थित थे. इन लोगों ने भूख हड़ताल पर बैठनेवाले श्रमिकों का अभिनंदन किया. इसी दौरान विधायक डॉ रोहित शर्मा ने कहा कि विधानसभा की बैठक में चाय बागान श्रमिकों की समस्या का मसला उठायेंगे.
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राष्ट्रपति के दौरे पर बागानों में बंद बुलाने की चेतावनी
दार्जिलिंग. दार्जिलिंग, तराई, डुवार्स प्लांटेशन लेबर यूनियन ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दार्जिलिंग आगमन पर पहाड़ के 87 चाय बागानों में बंद बुलाने की चेतावनी दी है. अलकेमिस्ट ग्रुप के चाय बागानों में कार्यरत श्रमिकों को पिछले 5-6 महीने से मजदूरी नहीं मिली है. इसे लेकर श्रमिक 16 जून से जिला […]
दार्जिलिंग. दार्जिलिंग, तराई, डुवार्स प्लांटेशन लेबर यूनियन ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दार्जिलिंग आगमन पर पहाड़ के 87 चाय बागानों में बंद बुलाने की चेतावनी दी है. अलकेमिस्ट ग्रुप के चाय बागानों में कार्यरत श्रमिकों को पिछले 5-6 महीने से मजदूरी नहीं मिली है. इसे लेकर श्रमिक 16 जून से जिला अधिकारी कार्यलय के समक्लेक्ष हड़ताल कर रहे हैं.
यूनियन के केंद्रीय कानूनी सलाहकार और जीटीए सभासद तिलकचन रोका ने अपने भाषण में कहा कि श्रमिक 72-72 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठ रहे हैं.
मजदूरों का आठवां समूह भूख हड़ताल पर बैठ चुका है, लेकिन राज्य सरकार और बागान मालिक की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गयी है. ऐसे में मजबूर होकर हमें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दार्जिलिंग दौरे के दौरान पहाड़ के 87 चाय बागानों में बंद बुलाना पड़ सकता है.
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