प. बंगाल : तृणमूल कार्यकर्ता की नाक काटी, सीपीएम के दबंगों पर लगा आरोप
मालदा: तृणमूल की राजनीति करने के लिए सीपीएम की सशस्त्र वाहिनी की धमकी के कारण तीन महीनों से एक परिवार ने अपना घर छोड़ रखा था. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद रविवार को यह परिवार अपने घर लौटा. लेकिन सोमवार को स्थानीय सीपीएम के दबंगों ने एक सालिसी सभा बुलायी और उसमें तृणमूल समर्थक परिवार […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
July 13, 2016 1:43 AM
मालदा: तृणमूल की राजनीति करने के लिए सीपीएम की सशस्त्र वाहिनी की धमकी के कारण तीन महीनों से एक परिवार ने अपना घर छोड़ रखा था. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद रविवार को यह परिवार अपने घर लौटा. लेकिन सोमवार को स्थानीय सीपीएम के दबंगों ने एक सालिसी सभा बुलायी और उसमें तृणमूल समर्थक परिवार के मुखिया की नाक काट दी. साथ ही तृणमूल की राजनीति करने के लिए उस परिवार पर 60 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया. आरोप है कि इसके बाद सीपीएम की सशस्त्र वाहिनी ने उनके घर में भी तोड़फोड़ की.
सोमवार रात को यह सनसनीखेज घटना वामनगोला थाना की पकुआ ग्राम पंचायत के चंडीपुर गांव में घटी. धारदार हथियार से नाक काटे जाने के बाद घायल तृणमूल कार्यकर्ता सुकुमार दास (55) को मालदा मेडिकल कॉलेज में भरती कराया गया. इस मामले में घायल तृणमूल कार्यकर्ता की पत्नी प्रभाती दास ने छह स्थानीय सीपीएम कार्यकर्ताओं निताई मंडल, अभय मंडल, रतन मंडल, फलेन मंडल और निमाई मंडल के खिलाफ वामनगोला थाने में शिकायत दर्ज करायी है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनाव के समय से ही सुकुमार दास, उनकी पत्नी प्रभाती दास और इकलौते बेटे शुभजीत दास ने घर छोड़ रखा था. उनका आरोप था कि इस इलाके में तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी अमल किस्कू के प्रचार में हिस्सा लेने के कारण सीपीएम संरक्षित बदमाश उन्हें हत्या की धमकी दे रहे थे.
इसके चलते उन्हें घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा. इस बारे में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी. रविवार रात को इस तृणमूल कार्यकर्ता के परिवार को पुलिस अपने घर लौटा लायी. लेकिन सीपीएम से जुड़े बदमाश पुलिस की चेतावनी के बाद भी नहीं डरे. सोमवार रात को वे तृणमूल कार्यकर्ता को परिवार सहित पकड़ कर ले आये. इसके बाद चंडीपुर गांव में एक खाली जगह पर परिवार को लेकर सालिसी सभा की. आरोप है कि सालिसी सभा में पकुआ ग्राम पंचायत की सीपीएम प्रधान पंपा मंडल भी उपस्थित थीं. इसके बाद सीपीएम के हथियारबंद लोगों ने
तृणमूल समर्थक परिवार के साथ जमकर मारपीट की और परिवार के मुखिया की नाक काटकर सजा दी. साथ ही सालिसी सभा ने फरमान सुनाया कि अगर गांव में रहना है तो 60 हजार रुपये जुर्माना देना होगा.
मालदा मेडिकल कॉलेज में भरती सुकुमार दास की पत्नी प्रभाती दास ने मंगलवार को बताया कि घटना के बाद से हमलोग आतंकित हैं. तृणमूल का समर्थन करने के लिए सीपीएम के उक्त छह लोगों ने हमें गांव से बाहर निकाल दिया था. पास के एक गांव में अपने रिश्तेदार के घर हमलोग छिपे हुए थे. इस बारे में मई महीने में हमने वामनगोला थाने में पुलिस के पास शिकायत दर्ज करायी थी. रविवार को पुलिस ने हमारे घर लौटने की व्यवस्था करायी. लेकिन सोमवार को इलाके के सीपीएम के दबंग हमको घर से पकड़ ले गये. इसके बाद सालिसी सभा करके मेरे पति की नाक काट दी गयी. उनको बुरी तरह से मारा-पीटा गया. पति को बचाने जाने पर मुझ पर भी हमला किया गया. उन लोगों ने मेरे बेटे के साथ भी मारपीट की. इसके बाद आरोपी हमारे घर में तोड़फोड़ करके भाग गये. बाद में कुछ स्थानीय लोगों ने मेरे पति को मेडिकल कॉलेज भेजवाने की व्यवस्था करवायी. इस घटना की मूल अभियुक्त निताई मंडल की भाभी पंपा मंडल है, जो स्थानीय ग्राम पंचायत की सीपीएम प्रधान है. उनकी मौजूदगी में ही यह घटना घटी. हमलोग अब इंसाफ के लिए मुख्यमंत्री का दरवाजा खटखटाने के बारे में सोच रहे हैं.
तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मोअज्जम हुसैन ने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता के ऊपर हमला और उसके घर में तोड़फोड़ की घटना को किसी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता. इस बारे में हमलोग जिले के पुलिस अधीक्षक से मुलाकात करेंगे. हमारी मांग है कि बदमाशों को अविलंब गिरफ्तार किया जाये.
स्थानीय सीपीएम विधायक खगेन मूर्मू ने बताया कि जो भी गड़बड़ी हुई है, पुलिस उसकी जांच करे. हालांकि मैं कहूंगा कि हमारी पार्टी का कोई भी व्यक्ति इस घटना से जुड़ा नहीं है. हमारी पार्टी इस तरह की घटनाओं को संरक्षण नहीं देती है. इस घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक प्रसून बनर्जी ने बताया कि सारे आरोपी फरार हैं. वामनगोला थाना की पुलिस उनकी तलाश कर रही है.