दोहमनी से लेकर मेखलीगंज तक के लिए पीला अलर्ट जारी, भारी बारिश से उफनायी तीस्ता
जलपाईगुड़ी: डुवार्स और तराई के इलाके में मंगलवार देर रात से भारी बारिश हो रही है. हालांकि उत्तर बंगाल के पहाड़ों पर इस दौरान ज्यादा बारिश नहीं हुई. सिक्किम में भी काफी कम बारिश हुई. इसके बावजूद तीस्ता उफना रही है. बुधवार को तीस्ता बैराज से तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इससे निचले इलाकों […]
जलपाईगुड़ी: डुवार्स और तराई के इलाके में मंगलवार देर रात से भारी बारिश हो रही है. हालांकि उत्तर बंगाल के पहाड़ों पर इस दौरान ज्यादा बारिश नहीं हुई. सिक्किम में भी काफी कम बारिश हुई. इसके बावजूद तीस्ता उफना रही है. बुधवार को तीस्ता बैराज से तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इससे निचले इलाकों में तीस्ता का पानी घुस गया है. माल ब्लॉक में एक बांध टूटने से एक हजार के करीब घर पानी में डूब गये हैं.
दोहमनी से लेकर बांग्लादेश की सीमा पर स्थित मेखलीगंज के बीच तीस्ता पीले निशान के ऊपर बह रही है. इसे लेकर सिंचाई विभाग ने इस इलाके के लिए पीला अलर्ट जारी किया है. साथ ही जलढाका नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर भी पीला अलर्ट जारी किया गया है.
मंगलवार देर रात से लेकर बुधवार तक जलपाईगुड़ी में 67 मिलीमीटर, मयनागुड़ी में 45 मिमी, मालबाजार में 112 मिमी, बानरहाट में 167 मिमी, सिलीगुड़ी में 82 मिमी, अलीपुरद्वार में 60 मिमी, कालिम्पोंग के झालंग में 147 मिमी, माल ब्लॉक के बागराकोट में 130 मिमी, दार्जिलिंग में 59 मिमी, सेवक में 117 मिमी वर्षा दर्ज की गयी. अलीपुरद्वार जिले की असम सीमा पर 170 मिमी और कुमार ग्राम में 69 मिमी बारिश हुई. कुछ दिनों पहले भारी बारिश की वजह पूरा कूचबिहार जिला जलमग्न हो गया था. लेकिन मंगलवार रात से बुधवार तक कूचबिहार में काफी कम बारिश हुई. इस दौरान जिले के माथाभांगा में 31 मिमी, तूफानगंज में 23 मिमी और कूचबिहार शहर में 13 मिमी बारिश ही हुई.
सिक्किम में बहुत कम बारिश हुई है. गंगतोक में केवल आधा मिलीमीटर, रंगपो में 31 मिमी, खनिटार में 28 मिमी, मंगन में 44 मिमी, चुंगखांग में 28 मिमी और नामची में 80 मिमी बारिश दर्ज की गयी. सिक्किम राज्य मौसम विभाग के निदेशक डॉ गोपीनाथ राहा ने बताया कि हालांकि अगले 24 घंटों में सिक्किम में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है.
तीस्ता में जलस्तर बढ़ने की वजह से मालबाजार महकमा स्थित चेंगमारी में कच्चा बांध टूट गया. इसके चलते खेती की जमीन पर तीस्ता का पानी भर गया है. चापाडांगा, चेंगामारी, बासुसुबा इलाका तीस्ता का पानी घुसने से जलमग्न हो गया है. दक्षिण चेंगमारी और चापाडांगा का सांगेपाड़ा, इन दो गांवों में एक हजार के करीब घर तीस्ता के पानी में डूब गये हैं. इन दो गांवों के लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरएफ) को लगाया गया है. सांगेपाड़ा के निवासी हीरेन राय ने कहा कि तीस्ता के कटाव को देखते हुए कुछ दिन पहले ही हमने अपना ठिकाना सुरक्षित जगह पर बना लिया था, लेकिन अब तटबंध भी नदी में समा गया है. पता नहीं क्या होगा. दक्षिण चेंगामारी के एक निवासी निर्मल हालदार व जीवन राय ने बताया कि बहुत से लोग निजी नावों से सुरक्षित जगह पर चले गये. हमें एनडीआरएफ की टीम ने अपनी नाव से सुरक्षित जगह पर पहुंचाया. लेकिन उन्होंने शिकायत की कि प्रशासन ने अभी तक त्रिपाल और खाने-पीने की चीजें उपलब्ध नहीं करायी हैं. सीता मंडल ने रोते हुए कहा कि जरूरी कागज-पत्र डूब गये हैं. बेटे-बेटियों की किताबें डूब गयी हैं. माल ब्लॉक के बीडीओ भूषण शेरपा ने बताया कि ब्लॉक प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित लोगों को कुछ चूड़ा, गुड़ दिया गया है. बचाये गये लोगों को दक्षिण चेंगमारी उच्च विद्यालय में रखा गया है.
जिला प्रशासन तैयार
मयनागुड़ी ब्लॉक के पदमती इलाके के कामारपाड़ा में तीस्ता का कटाव खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. जिला प्रशासन ने कहा कि वह सभी तरह के हालात से निबटने के लिए तैयार है. प्रशासन हालात पर नजर रखे हुए है. मयनागुड़ी की दोहमनी एक नंबर और दो नंबर ग्राम पंचायत के तितिर पाड़ा और वर्मन पाड़ा के दो सौ से ज्यादा परिवारों ने तीस्ता बांध पर शरण ली है.