सिलीगुड़ी: पिछले कई दिनों से उत्तर बंगाल के पहाड़ों और समतल इलाकों में भारी बारिश जारी है. बारिश से सब्जियों की खेती, कुछ चाय बागानों के साथ-साथ अनानास किसानों को भारी नुकसान हुआ है. एक अनुमान के मुताबिक सिलीगुड़ी महकमा में अनानास की खेती को करीब करोड़ रुपये की क्षति हुई है. अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो नुकसान और ज्यादा बढ़ सकता है. अनानास किसानों की सबसे बड़ी चिंता यह है कि बारिश थमने का नाम ही नहीं ले रही है. शनिवार रात को भी काफी बारिश हुई. रविवार को कुछ देर के लिए धूप जरूरी खिली, लेकिन दोपहर बाद फिर बारिश शुरू हो गयी.
सिलीगुड़ी महकमा के बागवानी अधिकारी विप्लव सरकार ने बताया कि इस महकमे में करीब तीन हजार हेक्टेयर जमीन पर अनानास की खेती होती है. अभी जो सूचनाएं मिली हैं, उसके मुताबिक इसमें से करीब 50 हेक्टेयर जमीन पर लगी फसल नष्ट हो चुकी है. उन्होंने कहा कि यह शुरुआती अनुमान है, नुकसान का दायरा इससे कहीं ज्यादा हो सकता है. श्री सरकार ने कहा कि मौजूदा अनुमान के मुताबिक करीब दो करोड़ रुपये की फसल बारिश से बरबाद हो चुकी है.
सिलीगुड़ी महकमा की विभिन्न नदियों के तटवर्ती इलाकों में बड़े पैमाने पर अनानास की खेती होती है. पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से ये नदियां उफान पर हैं. कई नदियों का पानी अनानास के खेतों तक पहुंच गया है. इसकी वजह से फसल नष्ट हो गई है. उल्लेखनीय है कि बीते साल अनानास का भारी उत्पादन हुआ था.
लेकिन कीमतें बहुत गिर जाने की वजह से किसानों को नुकसान उठाना पड़ा था. कई किसानों की तो लागत भी नहीं निकल पायी थी. इस साल किसानों ने नुकसान की भरपाई की उम्मीद लगायी थी. लेकिन बारिश उनकी उम्मीदों पर पानी फेरने पर तुली हुई है. इससे चिंतित अनानास किसानों ने कहा कि पिछले कई सालों में उन्होंने ऐसी बारिश नहीं देखी. सरकार को उनको हुए नुकसान के लिए आगे आना चाहिए.
सब्जी के उत्पादन पर भी बारिश की मार
लगातार बारिश से निचले इलाकों में सब्जी की खेती को काफी नुकसान हुआ है. इसकी वजह से बाजारों में सब्जियों की कीमतें भी बढ़ गयी हैं. इसके अलावा बाजार में सब्जियों की कमी हो गयी है. गिनी-चुनी सब्जियां ही बाजार में मिल रही हैं. सबसे तेजी से आलू के दाम बढ़े हैं. अभी बाजार में आलू 25 से 35 रुपये किलो है. हरी मिर्च के दाम आसमान छू रहे हैं. 30 से 40 रुपये किलो मिलने वाली हरी मिर्च अभी 100 रुपये किलो मिल रही है. परवल, झिंगा, खीरा, पपीता, बैंगन, मूली, भिंडी जैसी लगभग सभी सब्जियां 30 से 40 रुपये के भाव बिक रही हैं. वहीं टमाटर 50 से 60 रुपये किलो है.
बाजार और खेती के जानकारों का कहना है कि जब तक बारिश कुछ कम नहीं होती है, सब्जियों का उत्पादन कम ही रहेगा. बारिश के चलते सब्जियों के पौधों को काफी नुकसान हुआ है. पौधों में लगे फूल भी झड़ गये हैं, जिससे उत्पादन में अभी और गिरावट का अनुमान है. जानकारों का कहना है कि दुर्गा पूजा से पहले बाजार में सब्जियों के दाम ऊंचे ही बने रहेंगे. सिलीगुड़ी महकमा के बागवानी अधिकारी विप्लव सरकार ने बताया कि सिलीगुड़ी महकमा में साग-सब्जी की खेती को करीब एक करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिलों में भी सब्जी की खेती को काफी क्षति हुई है. कूचबिहार जिले में सब्जी किसानों को एक करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.