वह देशबंधुपाड़ा स्थित शांति अपार्टमेंट में रहता था. उसके विरुद्ध एटीएम से 22 हजार रुपये चुराने के आरोप में सास गीता राय उर्फ बाबली ने इसी महीने के 19 जुलाई को सिलीगुड़ी थाने में शिकायत दर्ज करायी थी. सिलीगुड़ी कोर्ट में बाबली ने मीडिया को बताया कि उसकी बड़ी बेटी सुनंदा के साथ मोनी का विवाह हुआ था. दो बच्चों को जन्म देने के बाद बेटी का इंतकाल हो गया. मोनी को वह अपने यहां घर जमाइ बनाकर रखने लगी. वह इन दिनों निकम्मा था. कोई काम-काज नहीं करता था. छोटी बेटी तान्या ने 12 जुलाई को उसके स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) के एकाउंट में 49 हजार रुपये जमा कराये थे.
आरोप है कि सास जब घर में नहीं थी तो मोनी घर में आकर बच्चों को बहला-फुसलाकर उसका एटीएम कार्ड और पिन नंबर ले गया. कई बार में उसने एटीएम से कुल 22 हजार निकाल लिये. इसका खुलासा होने के बाद 19 जुलाई को सिलीगुड़ी थाना में उसके विरूद्ध नामजद एफआइआर दायर करायी गयी, उसके बाद से ही वह अंडरग्राउंड हो गया था. बाबली ने बताया कि इसके पहले भी वह घर से लाखों की कीमत के सोने के गहने और नगद रुपये पर हाथ साफ कर चुका है. लेकिन घर की बात समझकर एफआइआर नहीं की थी और उसके बाद से ही निकम्मे दामाद को घर से निकाल दिया था. लेकिन इसबार उसने सारी हदें पार कर दी. बाबली का कहना है कि वह कोर्ट से दामाद को सख्त सजा देने की गुजारिश कर रही है.