मालदा. व्यवसायी, उसकी पत्नी और एक कर्मचारी की हत्या करने के बाद आरोपी निर्मल सिंह दूसरे ही दिन अपना वेश बदल चुका था, ताकि उसे कोई पहचान ना सके. लेकिन 72 घंटे के भीतर ही सीआइडी ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. सीआइडी ने आरोपी निर्मल सिंह को सोमवार जिला अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया है. सीआइडी के अधिकारियों का अनुमान है कि आरोपी बहुत कुछ छीपा रहा है. सीआईडी ने आरोपी के खिलाफ डकैती व हत्या का मामला दर्ज किया है. सीआईडी अधिकारियों का दावा है कि पुरानी रंजिश और लोभ की वजह से ही आरोपी निर्मल सिंह ने रामरतन अग्रवाल(58) उसकी पत्नी अंजू अग्रवाल एवं एक कर्मचारी गणेश की हत्या की.
हत्या के बाद आरोपी ने करीब तीन किलो सोने के गहने आदि लूटकर फरार हो गया. उस आभूषणों को भी बरामद कर लिया गया है. सीआईडी के एक अधिकारी ने बताया कि घटना को अंजाम देकर लूट का सारा माल लेकर आरोपी अपनी बहन के घर चला गया. बहन के घर के सामने एक झाड़ी में मिट्टी के नीचे लूट का माल छिपाकर रखा गया था.
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार व्यवसायी के ईंट भट्टा का रूपया कलेक्शन के अलावा उसके घर का भी काम किया करता था आरोपी निर्मल सिंह. पांच महीने पहले रूपया चोरी करने के इल्जाम में उसे काम से निकाल दिया था. बाद में मालकिन अंजू देवी ने उसे फिर से घर के काम-काज के लिये रख लिया. न मेहनताने को लेकर दोनों में नोक-झोक होती रहती थी.
पूछताछ में निर्मल ने सीआडी अधिकारियों को बताया है कि काम कराने के बाद मालिक ठीक तरह से मजदूरी नहीं देता था. इसके साथ रोजाना उसके साथ दुर्व्यहार होता है. इसी बीच निर्मल की शादी हुयी. शादी के बाद जेब तंग रहने लगा. इसी वजह से उसने मजदूरी बढ़ाने की मांग मालिक से की थी. यहां तक कि दस हजार रूपया कर्ज भी मांगा था. लेकिन मालिक ने साफ इनकार कर दिया. इन्ही सब कारणों को लेकर निर्मल के मन में व्यवसायी के खिलाफ गुस्सा भड़क रहा था. उसने लोहे के रॉड से तीनों की हत्या कर दी. आरोपी के बयान से सीआईडी अभी तक संतुष्ट नहीं हो पायी है.