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इंसेफलाइटिस के मामले लगातार हो रहे हैं कम

राज्य के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने किया दावा सिलीगुड़ी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का दौरा सभी जिले के सीएमओएच तथा अधीक्षकों के साथ बैठक कई निर्णय लिए, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर जोर सिलीगुड़ी : पहले के मुकाबले इस साल जापानी दिमागी बुखार इंसेफलाइटिस के मामले कम होने से राज्य स्वास्थ्य विभाग ने राहत की […]

राज्य के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने किया दावा

सिलीगुड़ी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का दौरा
सभी जिले के सीएमओएच तथा अधीक्षकों के साथ बैठक
कई निर्णय लिए, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर जोर
सिलीगुड़ी : पहले के मुकाबले इस साल जापानी दिमागी बुखार इंसेफलाइटिस के मामले कम होने से राज्य स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है. राज्य के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी विश्वरंजन सत्पति इसके लिए अपने विभाग तथा अधिकारियों की पीठ थपथपा रहे हैं. श्री सत्पति यहां स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर एक बैठक कर रहे थे. उन्होंने सबसे पहले पीडब्ल्यूडी बंगलो में उत्तर बंगाल के सभी सात जिलों के जिला अस्पतालों के अधीक्षकों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर जोर दिया.
उन्होंने अस्पताल अधीक्षकों से विभिन्न समस्याओं की जानकारी मांगी. बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए श्री सत्पति ने कहा कि इंसेफलाइटिस के मामले में कमी एक बड़ी उपलब्धि है. इस बीमारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी. विभिन्न जिलों में जागरूकता अभियान चलाने के साथ ही अस्पतालों को भी सतर्क कर दिया गया था. यही वजह है कि इंसेफलाइटिस के मामले लगातार कम हो रहे हैं. इससे पहले श्री सत्पति सिलीगुड़ी जिला अस्पताल के दौरे पर पहुंचे . वहां उन्होंने विभिन्न विभागों के साथ ही मेटरनिटी विभाग का भी जायजा लिया. श्री सत्पति ने उस विभाग में ऑपरेशन के लिए दो और टेबल बढ़ाने का निर्णय लिया है. मेटरनिटी विभाग में प्रसव तथा ऑपरेशन के लिए अभी तीन टेबल हैं. इन टेबलों की संख्या बढ़ाकर पांच की जायेगी. पीडब्ल्यूडी विभाग में बैठक करने के बाद श्री सत्पति बागडोगरा स्थित उत्तर बंगाल मेडिकल चले गये. वहां भी उन्होंने विभिन्न विभागों का दौरा किया. उसके बाद उन्होंने उत्तर बंगाल के सभी जिलों के सीएमओएच के साथ एक बैठक की. इस बैठक में भी कई निर्णय लिये गये.

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