चालक की पिटाई पर फूटा गुस्सा, दो कांस्टेबलों को बनाया बंधक, एनएच-31 जाम

जलपाईगुड़ी. गाड़ी में गाय लदी समझ कर अवैध वसूली करने पहुंचे धूपगुड़ी थाने की आंगराभाषा चौकी के दो कांस्टेबलों को जनता का गुस्सा झेलना पड़ा. घटना धूपगुड़ी के देवमाली के चमड़ा गोदाम इलाके की है. शुक्रवार की सुबह गयेरकाटा की तरफ से आ रही एक पिकअप वैन को देखकर आंगराभाषा चौकी के दो कांस्टेबलों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2016 7:06 AM
जलपाईगुड़ी. गाड़ी में गाय लदी समझ कर अवैध वसूली करने पहुंचे धूपगुड़ी थाने की आंगराभाषा चौकी के दो कांस्टेबलों को जनता का गुस्सा झेलना पड़ा. घटना धूपगुड़ी के देवमाली के चमड़ा गोदाम इलाके की है. शुक्रवार की सुबह गयेरकाटा की तरफ से आ रही एक पिकअप वैन को देखकर आंगराभाषा चौकी के दो कांस्टेबलों ने बाइक से उसका पीछा किया. आरोप है कि दोनों ने यह कहते हुए पिकअप चालक के साथ मारपीट की और गाड़ी में तोड़फोड़ की कि वह कहने पर भी गाड़ी नहीं रोक रहा था.
यह सब देखकर स्थानीय लोगों ने दोनों कांस्टेबलों को घेर लिया और उन्हें मारपीट कर इलाके के ही एक घर में बंधक बनाकर रख लिया. स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस पिकअप वैन में गाय नहीं थी, लेकिन दोनों पुलिसकर्मियों ने गाय होने का अनुमान करके वैन का पीछा शुरू किया. और जब गाड़ी से गायें बरामद नहीं हुईं, तो चिढ़कर उन्होंने चालक की पिटाई शुरू कर दी. बाद में बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और हालात पर काबू किया. घायल चालक को धूपगुड़ी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया, जबकि छुड़ाये गये दोनों पुलिसवालों को धूपगुड़ी थाने लाया गया.
इधर, पुलिस ने बताया कि कांस्टेबल विकास अधिकारी और वनमाली भुईंया एक पिकअप वैन का पीछा कर रहे थे. वैन के चालक मुकुल आलम ने भागने के प्रयास में राष्ट्रीय राजमार्ग का ट्रैफिक बैरियर तोड़ दिया. जब दोनों पुलिसवालों ने चमड़ा गोदाम इलाके में वैन को रोका, तो कई स्थानीय लोगों ने उन्हें घेर लिया और बंधक बना लिया. उत्तेजित लोगों ने पुलिसकर्मियों को सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक बंधक रखा. पुलिस के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि आधिकारिक निर्देश के बिना कांस्टेबल अपनी चौकी छोड़ बाहर नहीं जा सकते. शुक्रवार को धूपगुड़ी में छात्र हड़ताल की वजह से चौकी के प्रभारी धूपगुड़ी में कानून-व्यवस्था सभालने की ड्यूटी में लगे हुए थे. अगर बैरियर तोड़ा गया था तो दोनों कांस्टेबल पीछा करने के लिए चौकी छोड़ने की जगह धूपगुड़ी थाने को फोन कर सकते थे. दोनों का चौकी छोड़कर बाहर जाना उचित नहीं था.
इस घटना के संबंध में धूपगुड़ी थाने के आइसी संजय दत्त एक रिपोर्ट तैयार करके डीएसपी (क्राइम) के माध्यम से जिला पुलिस अधीक्षक अमिताभ माइती के सामने पेश करेंगे. धूपगुड़ी थाने की पुलिस ने स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया है कि ऐसा घटना दोबारा नहीं होगी. इसके बाद से हालात सामान्य हो गये. एसपी अमित माइती ने भी माना कि दोनों कांस्टेबलों से कुछ गलती हुई है.
लोगों का आरोप
वहीं, स्थानीय लोगों का आरोप है कि अवैध वसूली के लिए पुलिस ने चालक मुकुल आलम से मारपीट की. एक स्थानीय निवासी तापस अधिकारी ने बताया कि पिकअप चालक पर अत्याचार और गाड़ी में तोड़फोड़ किये जाने से स्थानीय लोग उत्तेजित हुए. दोनों पुलिसकर्मियों द्वारा चालक की पिटाई कतई उचित नहीं है. एक अन्य स्थानीय निवासी अनारूल इसलाम ने आरोप लगाया कि आंगराभाषा चौकी की पुलिस बीच-बीच में गाड़ियों को रोककर 150 रुपये के हिसाब से अवैध वसूली करती है.
एनएच 31 पर प्रदर्शन
जनता ने दोनों कांस्टेबलों को बंधक बनाने के साथ-साथ धूपगुड़ी-बानरहाट सड़क (एनएच 31) को जाम करके भी विक्षोभ प्रदर्शित किया. इस बारे में खबर पाकर धूपगुड़ी थाने से विशाल पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा और हालात को काबू में किया. बंधक बनाये गये दोनों पुलिसकर्मियों को छुड़ाने पहुंचे पुलिसवालों को भी जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा. स्थानीय लोगों का आरोप है कि शुक्रवार को उक्त दोनों पुलिसकर्मी ड्यूटी पर नहीं थे.

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