तृणमूल ने बनायी नयी चाय श्रमिक यूनियन
अपने चार पुराने संगठनों का एक में विलय किया मोहन शर्मा बने एडहॉक कमिटी के अध्यक्ष बड़े पदों पर पुरानी यूनियनों के नेताओं को जगह नहीं जलपाईगुड़ी : तृणमूल ने अपने चार चाय श्रमिक संगठनों का विलय करके एक नया श्रमिक संगठन ‘चाय बागान तृणमूल मजदूर यूनियन’ का गठन किया है. राज्य के मंत्री तथा […]
अपने चार पुराने संगठनों का एक में विलय किया
मोहन शर्मा बने एडहॉक कमिटी के अध्यक्ष
बड़े पदों पर पुरानी यूनियनों के नेताओं को जगह नहीं
जलपाईगुड़ी : तृणमूल ने अपने चार चाय श्रमिक संगठनों का विलय करके एक नया श्रमिक संगठन ‘चाय बागान तृणमूल मजदूर यूनियन’ का गठन किया है. राज्य के मंत्री तथा तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने यह घोषणा की. श्रमिक यूनियन की एडहॉक कमिटी का अध्यक्ष अलीपुरद्वार जिला परिषद के सभाधिपति मोहन शर्मा को बनाया गया है. कमिटी के संयुक्त संयोजक पद की जिम्मेदारी दार्जिलिंग हिल तृणमूल कमिटी के अध्यक्ष राजेन मुखिया और माल विधानसभा क्षेत्र के विधायक बुलु चिकबड़ाइक को मिली है.नयी एडहॉक कमिटी में पुराने चाय श्रमिक संगठनों के नेताओं को बड़े पदों पर जगह नहीं दी गयी है. इसे लेकर आपस मे कानाफूसी जरूर चल रही है, लेकिन कोई खुलकर कुछ नहीं बोल रहा है. पद से वंचित नेता स्थायी कमिटी गठित होने तक इंतजार करना चाह रहे हैं.
भंग कर दी गयी पुरानी तराई, डुवार्स प्लांटेशन वर्कर्स यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष कल्याण होड़, उपाध्यक्ष नकुल सोनार, संयुक्त सचिव विप्लव दासगुप्त, नागराकाटा के विधायक सुकरा मुंडा और तृणमूल टी प्लांटेशन वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष जोवाकिम बाक्सला समेत कई अन्य नयी यूनियन में रहेंगे कि नहीं, इसे लेकर संशय दिख रहा है. शुरू में तृणमूल का चाय क्षेत्र में काम आइएनटीटीयूसी के नेता देखते थे.
बाद में कांग्रेस, आदिवासी विकास परिषद, झारखंड मुक्ति मोरचा, गोरखा जनमुक्ति मोरचा और सीपीएम से आये कई नेता तृणमूल के लिए चाय क्षेत्र में काम करने लगे. इन नेताओं के बीच आपसी टकराव न हो, इसके लिए राज्य स्तर के एक नेता की देखरेख में 15 सदस्यों की कमिटी बनायी गयी है. इसमें पहाड़, तराई, डुवार्स की नेपाली और हिंदी पट्टी का भी ध्यान रखा गया है.
इस नयी चाय श्रमिक यूनियन के साथ विकास परिषद की श्रमिक यूनियन पीटीडब्ल्यूयू को भी जोड़ दिया गया है. इसके नेताओं को भी नयी यूनियन की कमिटी में जगह दी गयी है. खुद मुख्यमंत्री आगामी महीने में ‘चाय बागान तृणमूल मजदूर यूनियन’ की सभा में शामिल होकर औपचारिक रूप से नयी यूनियन से सभी का परिचय करायेंगी. नयी यूनियन के अध्यक्ष मोहन शर्मा ने बताया कि तृणमूल चाय क्षेत्र में श्रमिकों, कर्मचारियों और चाय उद्योग की समस्याओं को लेकर प्रचार-प्रसार में उतरी हुई है.