मुख्यमंत्री ने गोजमुमो को दी चेतावनी, कहा पहाड़ पर हिंसक आंदोलन बरदाश्त नहीं

सिलीगुड़ी : अलग गोरखालैंड राज्य के नाम पर यदि कोई हिंसक आंदोलन करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. राज्य सरकार किसी भी कीमत पर हिंसक आंदोलन को बरदाश्त नहीं करेगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को इन्हीं शब्दों में गोजमुमो का नाम लिये बगैर उसे कड़ी चेतावनी दी. तीन दिवसीय उत्तर बंगाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2016 1:09 AM
सिलीगुड़ी : अलग गोरखालैंड राज्य के नाम पर यदि कोई हिंसक आंदोलन करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. राज्य सरकार किसी भी कीमत पर हिंसक आंदोलन को बरदाश्त नहीं करेगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को इन्हीं शब्दों में गोजमुमो का नाम लिये बगैर उसे कड़ी चेतावनी दी. तीन दिवसीय उत्तर बंगाल यात्रा संपन्न कर कोलकाता रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री सुकना में संवाददाताओं से बातचीत कर रही थीं.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की मदद से पहाड़ पर गड़बड़ी की कोशिश की जा रही है. गोरखालैंड के नाम पर लोगों को उकसाया जा रहा है. दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल का अभिन्न अंग है और जंगलमहल से लेकर दार्जिलिंग तक यह राज्य एक है. किसी भी कीमत पर राज्य का बंटवारा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि मोरचा के सशस्त्र आंदोलन की धमकी से वह नहीं डरती हैं.
लोकतंत्र में आंदोलन करने का अधिकार सभी को है. यदि अहिंसक और लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन होता है तो इसे लेकर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. हिंसा किसी भी कीमत पर बरदाश्त नहीं की जायेगी. गोजमुमो नेताओं की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव के समय ही ये लोग गोरखालैंड का राग अलापने लगते हैं. अगर कोई जीटीए छोड़कर बाहर आना चाहे तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. यदि गोजमुमो नेता जीटीए में अपना पद छोड़ना चाहते हैं तो उन्हें किसी ने नहीं रोका है. आगामी समय में नगरपालिका तथा जीटीए चुनाव को देखते हुए मोरचा नेता नाटक कर रहे हैं और पहाड़ की जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं.
ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार पहाड़ पर विकास चाहती है. लेकिन वह चाहकर भी विकास नहीं कर पा रही हैं. जीटीए में गोजमुमो की सत्ता है. गोजमुमो नेता न तो खुद काम कर रहे हैं और न ही राज्य सरकार को काम करने दे रहे हैं. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उसके उकसावे पर ही मोरचा हिंसक आंदोलन की धमकी दे रहा है.
उन्होंने मोरचा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होनेवाले प्रदीप प्रधान का पार्टी में स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि पहाड़ के विकास के लिए विरोधी दल के जो भी नेता तृणमूल में आना चाहेंगे उनका स्वागत है.

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