ओमू दा की मौत के 24 घंटे के अंदर ही चढ़ा सिलीगुड़ी का सियासी पारा
सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम के 15 नंबर वार्ड के निर्दलीय पार्षद अरविंद घोष उर्फ ओमू दा के मौत के बाद तणमूल कांग्रेस (तकां) घिनौनी सियासत करने लगी है. तृकां पर घिनौनी सियासत करने का यह आरोप माकपा के जोनल कमेटी के प्रमुख व निगम में जलापूर्ति विभाग के मेयर परिषद सदस्य (एमएमआइसी) शुभेंदु चक्रवर्ती उर्फ […]
सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम के 15 नंबर वार्ड के निर्दलीय पार्षद अरविंद घोष उर्फ ओमू दा के मौत के बाद तणमूल कांग्रेस (तकां) घिनौनी सियासत करने लगी है. तृकां पर घिनौनी सियासत करने का यह आरोप माकपा के जोनल कमेटी के प्रमुख व निगम में जलापूर्ति विभाग के मेयर परिषद सदस्य (एमएमआइसी) शुभेंदु चक्रवर्ती उर्फ जय दा ने लगाया है. वह सोमवार को सिलीगुड़ी के हिलकार्ट रोड स्थित जिला पार्टी मुख्यालय अनिल विश्वास भवन में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान मीडिया को संबोधित कर रहे थे.
जय दा ने तृकां पर तंज कसते हुए कहा कि ओमू दा के मौत के अभी 24 घंटे भी नहीं बीते की तृकां के नेता-मंत्री निगम पर जबरन कब्जे को लेकर अभी से ही जोड़-घटाव की राजनीति शुरू कर दी है.
श्री चक्रवर्ती ने तृकां को राजनीति का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि किसी भी नेता, राजनेता व जनप्रतिनिधि की मौत पर सभी को संवेदना प्रकट करनी चाहिए. उसका सम्मान करना चाहिए. चाहे फिर वह किसी भी राजनैतिक पार्टी से क्यों न जुड़ा हो. श्री चक्रवर्ती ने कहा कि ओमू दा के मौत के बाद तृकां यह सोच रही है कि वह निगम पर जबरन कब्जा कर लेगी. ऐसा है तो पहले निगम में अविश्वास प्रस्ताव लाये. यह किसी भी विरोधी पार्टी का लोकतांत्रिक अधिकार है. उन्होंने कहा कि निगम पर कब्जे को लेकर तृकां के नेता-मंत्री ‘मुंगेरी लाल के हसीन सपने’ देख रहे हैं. तृकां का यह सपना ‘ख्वाब’ ही रह जायेगा. सिलीगुड़ी में एक-दो वर्षों में हुए सभी चुनावों की तरह इस बार भी तृकां चारों खाने चित हो जायेगी. विदित हो कि निगम क्षेत्र में कुल 47 वार्ड हैं और पिछले निगम चुनाव में वाम बोर्ड के कुल 23 सदस्य थे. तृकां छोड़कर 15 नंबर वार्ड से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीते ओमू दा ने अशोक भट्टाचार्य द्वारा संचालित वाम मोरचा को समर्थन कर बहुमत हासिल कराया और करीब डेढ़ वर्ष पहले निगम पर वाम बोर्ड का गठन हुआ. राजनीति के माहिरों की माने तो तृकां सिलीगड़ी नगर निगम पर शुरु से ही काकदृष्टि जमाये हुए है और मौके की ताक पर है. इसका ताजा उदाहरण तकरीबन एक महीने पहले ही सिलीगुड़ी की जनता को देखने को भी मिला. वाम समर्थित फारवर्ड ब्लॉक की पांच नंबर वार्ड पार्षद व निगम में वाम बोर्ड की स्वास्थ्य व पार्किंग विभाग की मेयर परिषद सदस्य दुर्गा सिंह एक झटके में अपनी पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गयीं. अब ओमू दा के निधन से वामपंथियों की जहां रातों की नींद और दिन का चैन उड़ गया है वहीं, तृकां विरोधी पार्षदों को अपनी ओर टानने के लिए मौके की तलाश में है.
मेयर को बंधक बनाना आमलोगों का अपमान
माकपा नेता पार्थ मैत्र ने भी प्रेस-वार्ता के दौरान मीडिया को बताया कि पानी की किल्लत को लेकर बीते रोज तृकां ने गंदी राजनीति की और मर्यादा की सारी हदें पार कर दी. सिलीगुड़ी की जनता को बेवकूफ बनाने के लिए तृकां के नेता और पार्षदों ने निगम के ठीक सामने और मुख्य सड़क पर मेयर को उन्हीं के कार में दो घंटे से भी अधिक समय तक बंधक बनाये रखा. तृकां के समर्थकों ने अशोक भट्टाचार्य को नहीं, बल्कि सिलीगुड़ी के पहले नागरिक ‘मेयर’ को बंधक बनाया और उनके पद का अपमान किया. श्री मैत्र ने कहा कि सिलीगुड़ी में बार-बार हो रही पानी की किल्लत की वजह राज्य सरकार की पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग (पीएचइ) विभाग है. श्री मैत्र ने बताया कि फूलबाड़ी में इन दिनों एशियन हाइवे का काम चल रहा है. पीएचइ के पाइप लाइन को एशियन हाइवे वाले रूट से हटाने के लिए ऑथोरिटी ने 2015 में ही राज्य सरकार को नोटिस दे दिया था और इसके लिए आवश्यक फंड भी एशियन हाइवे ऑथोरिटी ने मुहैया करा दिया था. इसके बावजूद पीएचइ ने इसकी अनदेखी की और जब सिलीगुड़ी में पानी की किल्लत हुई तो तृकां ने इसके लिए मेयर और वाम बोर्ड पर ठिकरा फोड़ने की कोशिश की. श्री मैत्र ने कहा कि लेकिन तृकां इसमें कामयाब नहीं हो सकी और उल्टा उनके माथे पर ही ठिकरा फूट पड़ा. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी की जनता अब यह जान गयी है कि तृकां गंदी राजनीति करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है.
धिक्कार रैली 22 को
सिलीगुड़ी में मेयर को बंधक बनाने, सिलीगुड़ी के समुचित विकास, नागरिक परिसेवा में हमेशा रोड़ा डालने और विभिन्न मदों में निगम का एक सौ करोड़ रूपये बकाया रखने के विरूद्ध वामपंथी तृकां के विरूद्ध आगामी 22 सितंबर को सिलीगुड़ी में धिक्कार रैली निकालेंगे. यह जानकारी प्रेस-वार्ता के दौरान ही छात्र व युवा नेता सौरभ सरकार, सौरभ दास, उदय राज व अन्य वामपंथी नेताओं ने मीडिया को दी. सौरभ सरकार ने बताया कि यह धिक्कार रैली दोपहर तीन बजे सिलीगुड़ी के विधायक सह मेयर अशोक भट्टाचार्य, वाम मोरचा के दार्जिलिंग जिला इकाई के संयोजक जीवेश सरकार के अगुवायी में एयरव्यू मोड़ से शुरू होगी. रैली सिलीगुड़ी कोर्ट में पहुंचकर एसडीओ कार्यालय के घेराव में तब्दील हो जायेगी. साथ ही एसडीओ के मारफत दार्जिलिंग जिला के अधिकारी (डीएम) को विभिन्न मांगों का ज्ञापन भी सौंपा जायेगा.