गोरखालैंड को लेकर क्रमाकपा ने भी खोला मोरचा
दार्जिलिंग. सोमवार को स्थानीय पार्टी कार्यालय में क्रामाकपा के केन्द्रीय प्रवक्ता गोविन्द छेत्री ने पत्रकारों को कहा कि अलग राज्य गोरखालैंड की मांग काफी पुरानी है और इसमें किसी प्रकार की दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जायेगी. श्री छेत्री ने कहा कि दार्जिलिंग के सांसद एसएस अहलुवालिया ने अभी तक गोरखालैंड के लिए कुछ भी नहीं […]
दार्जिलिंग. सोमवार को स्थानीय पार्टी कार्यालय में क्रामाकपा के केन्द्रीय प्रवक्ता गोविन्द छेत्री ने पत्रकारों को कहा कि अलग राज्य गोरखालैंड की मांग काफी पुरानी है और इसमें किसी प्रकार की दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जायेगी. श्री छेत्री ने कहा कि दार्जिलिंग के सांसद एसएस अहलुवालिया ने अभी तक गोरखालैंड के लिए कुछ भी नहीं किया है. जबकि क्रामाकपा के दिल्ली शाखा ने गोरखालैंड की मांग को लेकर केन्द्रीय मंत्रियों से लेकर सांसदों के साथ मिलकर ज्ञापन एवं दस्तावेज सौंपे हैं.
अभी तक इसका भी कोई फायदा नहीं हुआ है. श्री छेत्री ने कहा कि गोरखालैंड के समर्पित जनता के वोट से श्री अहलुवालिया सांसद बने हैं, इसलिए उनका सबसे पहले कर्त्तव्य बनता है कि वे अलग राज्य की मांग को पूरा करने के लिए कदम उठाएं और जनभावनाओं का सम्मान करें.
श्री छेत्री ने आगे कहा कि वह इस संबंध में जल्द ही श्री अहलुवालिया से मिलेंगे और उनसे गोरखालैंड के लिए काम करने का अनुरोध करेंगे. दीपावली के बाद क्रामाकपा केन्द्रीय कमेटी की एक बैठक की जायेगी जिसमें आगे की रणनीति तय की जायेगी. गोरखालैंड की मांग को लेकर जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, महकमा शासक, खंड विकास अधिकारी आदि को एक ज्ञापन दिया जायेगा. इसके साथ ही आगामी दिनों में धरना-प्रदर्शन किये जाने की बात भी श्री छेत्री ने बतायी.