थानेदार पर बेवजह धमकाने का आरोप

सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी थाना के थानेदार देवाशीष बोस पर बेवजह धमकाने का सनसनीखेज आरोप एक कारोबारी परिवार संतोष देवी अग्रवाल व उनके लड़के महावीर अग्रवाल ने लगाया है. सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान महावीर अग्रवाल ने बताया कि इंस्पेक्टर की बार-बार की धमकी के वजह से पूरा परिवार अब घर के आस-पास भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2016 12:50 AM
सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी थाना के थानेदार देवाशीष बोस पर बेवजह धमकाने का सनसनीखेज आरोप एक कारोबारी परिवार संतोष देवी अग्रवाल व उनके लड़के महावीर अग्रवाल ने लगाया है. सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान महावीर अग्रवाल ने बताया कि इंस्पेक्टर की बार-बार की धमकी के वजह से पूरा परिवार अब घर के आस-पास भी खाकी वर्दी को देखकर डर जाता है और हम सभी अब आतंक भरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं.

महावीर ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि वह लोग सिलीगुड़ी थाना के ठीक सामने आठ नंबर वार्ड के केला हट्टी स्थित गणेश भंडार वाली अर्द्ध निर्मित तीन मंजिलें मकान में रहते हैं. 1994 में जमीन मालकिन मानसी भौमिक के साथ करीब 13 कट्टा जमीन पर प्रमोटिंग के लिए लीज पर करार हुआ था.

प्रमोटिंग के लिए महावीर के साथ और एक स???ाझेदार बाबूपाड़ा निवासी रीता रक्षित भी थी. उसने अपने पति पानु रक्षित को पावर ऑफ ऐटोरनी दे दी. महावीर का कहना है कि 1998 में प्रमोटिंग का काम बंद हो गया. उन्होंने बताया कि अर्द्धनिर्मित इमारत के भूमितल पर दुकाने भाड़े पर दी हुई है और पहली मंजिल पर वह उनका परिवार के भौमिक व उनकी ननद कविता चक्रवर्ती भी अलग-अलग फ्लैट में रहती है. इसबीच उनका कुल 25 लाख रूपये का निवेश हो गया. इसे लेकर पार्टनर पानु रक्षित और उनकी पत्नी उसे धोखा देने लगे. बाद में 2009 में साढ़े सत्रह लाख रूपये देने पर दोनों ने सहमति दी थी और हमें अपना फ्लैट खाली करना था. लेकिन आजतक दोनों ने एक भी रूपया नहीं लौटाया और हमने भी फ्लैट खाली नहीं की. महावीर अग्रवाल ने बताया कि बाद में रूपया नहीं मिलने पर वह मामले को 2013 में कोर्ट में ले गये. कोर्ट ने बिल्डिंग निर्माण पर स्टे आर्डर जारी कर दिया और मामला अभी भी विचाराधीन है. महावीर का कहना है कि इन दिनों वह अपने फ्लैट का इंटीरियर के तहत फर्नीचर बनवा रहे है न कि आरसीसी का काम करवा रहे है. इसके बावजूद पानु रक्षित ने विधवा मानसी भौमिक से नौ अक्टूबर को हमारे विरूद्ध मामला करवा दिया है और मामला कोर्ट में भी पहुंच गया है. जिसकी पहली सुनवायी 21 नवंबर को होनेवाली है.

इसके बावजूद सिलीगुड़ी थाना के इंस्पेक्टर देवाशीष बोस पानु रक्षित के बहकावे में आकर हमें बार-बार धमकी दे रहे हैं कि कोर्ट से काम रोकने का निर्देश जारी हुआ है कह रहे हैं. साथ ही बार पुलिस कर्मियों को हमारे घर पर भेजकर परिवार को आतंकित भी कर रहे हैं. महावीर ने बताया कि श्री बोस द्वारा दी जा रही धमकी की उनके पास पूरी रिकार्डिंग है. इस बाबत श्री बोस से उनके मोबाइल फोन पर संपर्क करने पर उन्होंने छुट्ठी का हवाला देकर कॉल काट दिया.

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