बंगाल में भी ‘खाद्य साथी’ योजना की शुरुआत

सिलीगुड़ी:देश-दुनिया के साथ ही इन दिनों पश्चिम बंगाल में ममता सरकार भी अंतरराष्ट्रीय खाद्य दिवस मना रही है. केंद्र की अति महत्वाकांक्षी योजना खाद्य सुरक्षा कानून के साथ ममता सरकार ने भी ‘खाद्य साथी’ योजना को जोड़कर इसी वर्ष इसकी शुरूआत की है. 16 अक्टूबर को इसे कोलकाता में चालू कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2016 1:04 AM
सिलीगुड़ी:देश-दुनिया के साथ ही इन दिनों पश्चिम बंगाल में ममता सरकार भी अंतरराष्ट्रीय खाद्य दिवस मना रही है. केंद्र की अति महत्वाकांक्षी योजना खाद्य सुरक्षा कानून के साथ ममता सरकार ने भी ‘खाद्य साथी’ योजना को जोड़कर इसी वर्ष इसकी शुरूआत की है. 16 अक्टूबर को इसे कोलकाता में चालू कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संकल्प लिया है कि उनके रहते राज्य में कोई भी भूखा नहीं रहेगा. यह कहना है ममता सरकार के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का.

वह गुरूवार को सिलीगुड़ी के टाउन हॉल ‘दीनबंधु मंच’ में अंतरराष्ट्रीय खाद्य दिवस पर आयोजित सरकारी कार्यक्रम के दौरान उत्तर बंगाल में भी ‘खाद्य साथी’ योजना शुरू करने के बाद इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री मल्लिक ने दावा किया कि खाद्य साथी योजना के तहत इस वर्ष दो करोड़ भूखों का पेट भरने का लक्ष्य है. इसके तहत असहाय या फिर जिनके सर पर छत नहीं है ऐसे लोगों को भी चिह्नित कर डिजीटल राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया पूरे राज्य में जारी है. उन्होंने कहा कि मां-माटी-मानुष की सरकार ऐसे लोगों को केवल भरपेट भोजन ही नहीं बल्कि हर तरह की सुविधा भी मुहैया करायेगी. उनकी सामाजिक, आर्थिक सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की होगी.

चाय बागानों में 44 नये राशन दुकानों का हुआ शुभारंभ
खाद्य मंत्री ज्योति प्रिय मल्लिक ने दीनबंधु मंच में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दावा किया कि उत्तर बंगाल के कई चाय बागानों में खाद्य साथी योजना के तहत 44 नये राशन दुकानों का शुभारंभ हुआ है. इसके तहत आज उन्होंने जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिले के रेडबैंक चाय बागान, सुरेंद्रनगर चाय बागान, काठालगुड़ी चाय बागान, दलमोड़ चाय बागान व अन्य चाय बागानों के राशन दुकानों का शुभारंभ दीनबंधु मंच से ही एक साथ किया.
गौतम देव ने टोटो जनजाति की ली सुधि
ममता सरकार के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने खाद्य मंत्री के साथ कल यानी बुधवार को टोटो जनजाति की सुध ली और रात भी उन्हीं लोगों के साथ रहे. यह बातें खुद गौतम देव ने आज दीनबंधु मंच में अंतराष्ट्रीय खाद्य दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही. श्री देव ने कहा कि टोटो जनजाति आज आर्थिक व सामाजिक स्तर पर काफी मजबूत है और उनका चहुमुखी विकास हुआ है. इसकी एक मात्र वजह मां-माटी-मानुष की ममता सरकार है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि 2011 में ममता सरकार आने से पहले मात्र 1400 टोटो जनजाति के लोगों के पास राशन कार्ड था आज बढ़कर यह संख्या 1584 हो गयी है और सभी को हर सरकारी सुविधाएं मिल रही है.
लगा मंत्रियों का जमावड़ा
आज अंतरराष्ट्रीय खाद्य दिवस पर आयोजित सरकारी कार्यक्रम के मद्देनजर सिलीगुड़ी में एक साथ ममता सरकार के कई मंत्रियों का जमावड़ा लगा. दीनबंधु मंच में आयोजित खाद्य साथी योजना की शुरूआत करने के दौरान खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के अलावा पर्यटन मंत्री गौतम देव, उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवीन्द्र नाथ घोष के अलावा सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती, आदिवासी कल्याण मामलों के मंत्री जेम्स कुजुर के साथ खाद्य मंत्रालय के सचिव अनिल वर्मा व अन्य दर्जनों वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.
पुलिस का छूटा पसीना: एक साथ इतने मंत्री-नेता और सरकारी बाबूओं के सिलीगुड़ी आगमन से सिलीगुड़ी की पुलिस प्रशासन के पसीने ही छूट गये. वीआइपी सुरक्षा को लेकर दीनबंधु मंच व आस-पास के इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस का पूरा अमला केवल दीनबंधु मंच ही नहीं, बल्कि शहर के प्रायः सभी प्रमुख सड़कों पर मुश्तैद था. सुरक्षा की कमान खुद पुलिस कमिश्नर (सीपी) सीएस लेप्चा ने संभाल रखी थी. श्रीमती लेप्चा के अलावा डीप्टी पुलिस कमिश्नर (डीसीपी, हेडक्वार्टर) इंद्र चक्रवर्ती, एडीसीपी मृणाल मजूमदार, डीसीपी (ट्रॉफिक व स्पेशल ब्रांच) संगमित लेप्चा के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी व कई थानों के इंस्पेक्टर भी जगह-जगह मुस्तैद थे.
वीआइपी सुरक्षा की वजह से आम लोग हुए परेशान: दीनबंधु मंच में आयोजित सरकारी कार्यक्रम में मौजूद नेता-मंत्रियों और सरकारी बाबूओं की कड़ी वीआइपी सुरक्षा का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ा. कई घंटों के कार्यक्रम को लेकर सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने सुबह से ही दीनबंधु मंच की घेराबंदी कर दी थी. दीनबंधु मंच की ओर जानेवाली प्रायः सभी सड़कों को बंद कर दिया गया था और हर तरह के वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गयी. पैदल चलनेवाले लोगों पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं था.
सड़कें बंद कर दिये जाने की वजह से कचहरी रोड, कॉलेज पाड़ा, चिल्ड्रेन पार्क, अस्पताल मोड़, बाघाजतीन पार्क, सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर जानेवाली प्रमुख सड़कों पर दिनभर जाम की समस्या बनी रही. इस दौरान केवल वाहन चलाने वाले ही नहीं बल्कि पैदल चलनेवाले आम लोग भी काफी परेशान हुए.

Next Article

Exit mobile version