तृणमूल नेताओं पर लगा आरोप

सिलीगुड़ी: शिक्षण संस्थान पठन-पाठन का पवित्र स्थान माना जाता है, लेकिन जिस दिन से शिक्षण संस्थानों में छात्र संसद चुनाव की घोषणा हुई, उस दिन से कॉलेज युद्ध का मैदान बन गया है. यह केवल सिलीगुड़ी कॉलेज, बागडोगरा कॉलेज, कॉमर्स कॉलेज, बागडोगरा कॉलेज, महिला महाविद्यालय, प्रेमचंद्र महाविद्यालय, नक्सलबाड़ी महाविद्यालय ही नहीं पूरे राज्य के कॉलेज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2014 7:42 AM

सिलीगुड़ी: शिक्षण संस्थान पठन-पाठन का पवित्र स्थान माना जाता है, लेकिन जिस दिन से शिक्षण संस्थानों में छात्र संसद चुनाव की घोषणा हुई, उस दिन से कॉलेज युद्ध का मैदान बन गया है.

यह केवल सिलीगुड़ी कॉलेज, बागडोगरा कॉलेज, कॉमर्स कॉलेज, बागडोगरा कॉलेज, महिला महाविद्यालय, प्रेमचंद्र महाविद्यालय, नक्सलबाड़ी महाविद्यालय ही नहीं पूरे राज्य के कॉलेज का बुरा हाल है. नामांकन फार्म लेने के समय से लेकर चुनाव परिणाम तक हालत इस कदर बेकाबू था कि कॉलेज प्रशासन को पुलिस व रैफ की मदद लेनी पड़ी. कॉमर्स कॉलेज ऑफ सिलीगुड़ी में यूनियन गठन के दिन विजयी छात्र प्रीतम दत्ता और जयंत अग्रवाल बंधक बना लिया गया.

कॉमर्स कॉलेज में यूनिट प्रेसिडेंट मिथलेश कुमार साह ने बताया कि शुक्रवार को यूनियन गठन का दिन था. लेकिन तृणमूल नेताओं के इशारे पर हमारे विजयी प्रतिनिधि प्रीतम दत्ता और जयंत अग्रवाल को बंधक बना कर कहीं रखा गया. हालांकि खबर लिखे जाने तक इसकी शिकायत थाने में दर्ज नहीं करायी गयी है.

छात्रों को पैसा, पद सहित विभिन्न तरह की धमकी दी जाती है. उसके परिवारवालों को धमकाया जाता है. दार्जिलिंग जिला छात्र परिषद, लोकसभा क्षेत्र युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अभिजीत राय चौधरी ने बताया कि राज्य सभा की तरह कॉलेज के यूनियन के गठन में भी खरीद -फरोख्त होने लगी है. इतनी ओछी राजनीति बंगाल में कभी नहीं थी. अपहरण की राजनीति, हिंसा की राजनीति से कॉलेज या समाज का विकास नहीं हो सकता है.

कॉमर्स कॉलेज की छात्र मीठू विश्वास ने बताया कि कॉलेज में बुनियादी सुविधा तक नहीं. गल्र्स टॉयलेट का हाल -बेहाल. ब्वायज टॉयलेट गंदा रहता है. कॉलेज आने से डर लगता है. लड़के सरेआम छेड़छाड़ करते है. वहीं दूसरी ओर कॉलेज के प्राचार्य डॉ असीम मुखोपाध्याय ने कहा कि छात्रों के अपहरण की मेरे पास जानकारी नहीं है. यूनियन के गठन के लिए मेरे पास 12 नाम आये थे. कौन सा छात्र किस तरह की राजनीति करता है, किस रानीतिक पार्टी के इशारे पर काम करता है. मुझे इसकी जानकारी नहीं है. मैंने अरूण कुमार को महासचिव बना दिया है. रैंगिग के विषय मेरे पास अब तक कोई शिकायत नहीं आयी है.

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