रेलवे के हेल्थ इंस्पेक्टर व उनकी पत्नी पर हुआ जानलेवा हमला
सिलीगुड़ी में काली पूजा आयोजन के नाम पर गुंडागर्दी घर से घसीटकर लाठी-डंडे से पीटा गया, धारदार हथियार से भी हमला मुहल्ले के ही स्टार क्लब व युव संघ के विरुद्ध दर्ज हुआ मामला सिलीगुड़ी : पुलिस प्रशासन के बार-बार चेतावनी के बावजूद सिलीगुड़ी के कई क्लब व संगठन गुंडागर्दी के बल पर काली पूजा […]
सिलीगुड़ी में काली पूजा आयोजन के नाम पर गुंडागर्दी
घर से घसीटकर लाठी-डंडे से पीटा गया, धारदार हथियार से भी हमला
मुहल्ले के ही स्टार क्लब व युव संघ के विरुद्ध दर्ज हुआ मामला
सिलीगुड़ी : पुलिस प्रशासन के बार-बार चेतावनी के बावजूद सिलीगुड़ी के कई क्लब व संगठन गुंडागर्दी के बल पर काली पूजा का आयोजन कर रहे हैं. ऐसे कई क्लब हैं जो पुलिस की चेतावनी से बेखौफ होकर जबरन चंदा वसूली कर रहे हैं. मनमाना चंदा न देने पर जानलेवा हमला तक जा रहा है.
ऐसा ही एक मामला बुधवार रात को शहर के एक नंबर वार्ड के सिलीगुड़ी जंक्शन क्षेत्र की डीजल कॉलोनी के रेलवे क्वार्टर इलाके में सामने आया. हमले का आरोप मुहल्ले के ही स्टार क्लब व युव संघ के सदस्यों पर लगा है.
डीजल कॉलोनी स्थित निर्मल हृदय इंग्लिश स्कूल के सामने के मैदान पर दोनों क्लब संयुक्त रूप से काली पूजा का आयोजन करते हैं.
इन क्लब के सदस्यों पर आरोप है कि बुधवार रात को मुहल्ले में स्थित रेलवे क्वार्टर नंबर-338(ए) में रहनेवाले रेलवे के चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर (सीएचइ) कृष्ण कुमार दास और उनकी पत्नी सुनीता दास पर चंदा को लेकर जानलेवा हमला कर दिया. दोनों क्लबों के दर्जनों सदस्यों ने दंपती को घर से घसीटकर बाहर निकाला और सरेआम लात-घूंसों, लाठी-डंडों और धारदार हथियार से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. उनकी चीत्कार सुनकर मुहल्लेवासी मौके पर पहुंचते, उससे पहले ही सभी हमलावर फरार हो गये. पड़ोसियों और रेलवे के अन्य कर्मचारियों के सहयोग से खून से लथपथ दंपती को रात में ही गेटबाजार स्थित रेल अस्पताल में भरती कराया गया, जहां जख्मी सुनीता दास की हालत नाजुक है.
क्या है पूरा मामला: जख्मी सुनीता की बहन निवेदिता मंडल ने बताया कि वह यहीं पर रहकर उत्तर बंगालविश्वविद्यालय स्थित रवींद्र विश्वविद्यालय से एमए कर रही है.
वह यहां अपनी दीदी-जीजा के साथ रहती है. तीन-चार रोज पहले क्लब के कुछ सदस्य दीदी के पास 301 रुपये के चंदे की रसीद थमा गये. चंदा की रसीद पर पूजा आयोजक कमेटी के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष किसी का भी नाम नहीं है. उसपर केवल कलेक्टर अभिषेक महतो का हस्ताक्षर है. निवेदिता ने बताया कि दीदी ने उनलोगों से कहा हमारी स्थिति ठीक नहीं है, हम इसबार इतना चंदा नहीं दे पायेंगे. हम चंदा के रूप में 151 रुपये जरूर देंगे. लेकिन उसी समय रसीद काटने वाले युवकों ने कहा कि हम 301 रुपये ही लेंगे. इससे एक रुपया भी कम नहीं लेंगे और धमकी भरे लहजे में कहा कि हमें चंदा वसूलना भी आता है.जितने रुपये की रसीद काटी है उतना रुपया देना ही होगा.
निवेदिता ने कहा कि इसके बाद दीदी जब भी जरूरी काम से बाहर आती-जाती, तो क्लब के सदस्य उनके साथ बदतमीजी से पेश आते और चंदा को लेकर धमकी देते. साथ ही अपनी बहन को भी संभालकर रखने की लज्जाजनक धमकी दीदी को देते. बुधवार रात जीजा काम से शाम को लौटे ही थे कि करीब 8.15 बजे पहले क्लब के सात सदस्य घर में आये. उस समय घर में दीदी-जीजा और उनके छोटे बेटे छह वर्षीय देवेश के अलावा मैं भी घर पर ही थी.
क्लब के सातों लड़के घर की दहलीज पर खड़े थे और हम सभी बरामदे में थे. वह लोग 301 रुपये चंदे के लिए जीजा और दीदी के साथ जोर-जोर से चिल्लाकर बातें कर रहे थे. अचानक उनमें से एक ने जीजा का कालर पकड़ लिया और घर के ही बाहर लात-घूंसों, लाठी-डंडों से उन्हें पीटने लगे. उनमें एक ने दीदी की गरदन पकड़ लिया और उनके साथ बदसलूकी करने की कोशिश करनी चाही. दीदी द्वारा विरोध करने पर वे उनका बाल खींच कर बाहर ले गये. तभी क्लब के और 50-60 सदस्य आ धमके, जिनमें कई लड़कियां व महिलाएं भी थीं. सभी के हाथों में लाठी-डंडे व धारदार हथियार थे.
उन्होंने दीदी-जीजा को सड़क पर पटक कर पीटा. पीट-पीटकर दोनों को अधमरा कर दिया. बीच-बचाव करने के दौरान उनलोगों ने मुझे और दीदी के मासूम बच्चे को भी नहीं बख्शा. साथ ही किसी ने जीजा का मोबाइल फोन भी छीनकर तोड़ दिया. निवेदिता ने बताया कि इस घटना के बाद से ही हम सभी काफी डरे-सहमे हुए हैं.
पुलिस पर क्लब को सहयोग करने का आरोप: निवेदिता ने पुलिस पर क्लब को सहयोग करने का आरोप लगाया है.
आंखों में आंसू लिये उसने बताया कि पुलिस को वारदात के दौरान ही बार-बार फोन कर घटना की जानकारी दी गयी. घर का पूरा पता व क्वार्टर नंबर बताने के बावजूद वारदात के 24 घंटे बाद भी पुलिस को अभी तक घर खोज के नहीं मिला. उसने बताया कि जब वह पुलिस को सूचित कर रही थी तब पुलिस बार-बार यहीं कह रही थी कि ‘बाड़ी कोथाय, कोन जायगा क्वार्टर आछे, घटना टी की होलो, आमरा किछु खोनेइ मोदे चोले आसबो’. निवेदिता ने बताया कि रात को जीजा कृष्णा दास द्वारा प्रधाननगर थाना में क्लब सदस्यों के विरुद्ध मनमानी चंदा वसूलने के लिए जानलेवा हमला करने का मामला भी दायर कराया गया. लेकिन अभी तक पुलिस हमारी न तो सुध लेने आयी और न ही पूरे घटनाक्रम की कोई जानकारी लेने ही आयी.
क्लब के जुल्म के विरुद्ध मुहल्लेवासी हुए एकजुट: क्लब सदस्यों के जुल्म के विरुद्ध अब मुहल्लेवासी एकजुट हो गये हैं. बुधवार रात की वारदात के बाद से मुहल्लेवासियों का गुस्सा फूट पड़ा है.
कृष्ण कुमार दास के पड़ोसी और सभी मुहल्लेवासियों का यही कहना है कि गुंडागर्दी के बल पर हम किसी कीमत पर काली पूजा नहीं मनाने देंगे. उनका आरोप है कि क्लब का संचालन यहां का कथित दबंग नेता नरसिंह महतो करता है और उसी के रिमोट कंट्रोल से काली पूजा का आयोजन होता है. नरसिंह महतों की छत्रछाया में उसका लड़का अभिषेक महतो, भतीजा राहुल महतो, इमरान इस्लाम व अन्य काली पूजा का आयोजन करते हैं और हर छोटी-बड़ी वारदात को अंजाम देते हैं. एक स्थानीय महिला सुषमा देवी का कहना है कि हम सभी मुहल्लेवासी एकजुट होकर पहले पुलिस कमिश्नर सीएस लेप्चा से पूरे घटनाक्रम की लिखित शिकायत करेंगे. मास पिटीशन सौंपकर पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने और क्लब पर सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगायेंगे. मुहल्लेवासियों का कहना है कि अगर क्लब के विरुद्ध पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो हम सभी एकजुट होकर क्लब को पूजा नहीं करने देंगे. जरूरत पड़ने पर पूजा पंडाल को तहस-नहस कर देंगे या फिर आग लगा देंगे.
आयोजक नरसिंह महतो ने जताया अफसोस: बीती रात की वारदात पर स्टार क्लब और युवा संघ की पूजा आयोजक कमेटी के वरिष्ठ सलाहकार नरसिंह महतो ने इस घटना पर अफसोस जताया है.
उनका कहना है कि घटना के वक्त वह क्लब में नहीं थे. वह किसी कार्य से प्रधाननगर थाना में गये हुए थे. पहले से अगर मुझे जानकारी होती तो मैं जूनियर सदस्यों को ऐसा कभी नहीं करने देता. श्री महतो ने क्लब की करतूत पर अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि पीड़ित दंपती को उनसे मिलना चाहिए था.
पुिलस ने जांच भी शुरू नहीं की
दूसरी ओर खबर लिखे जाने तक इस मामले में पुलिस ने जांच-पड़ताल ही शुरू नहीं की थी. अभी तक पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. प्रधाननगर थाना के प्रभारी (ओसी) अनिर्बन भट्टाचार्य से उनके फोन पर संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. वहीं सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस कमिश्नर (सीपी) सीएस लेप्चा ने सवाल पूरा सुनने से पहले ही मीटिंग में व्यस्त होने की बात कही.