सिलीगुड़ी. वन्य-प्राणी तस्करों की धर-पकड़ को लेकर वन विभाग के अधिकारियों के बीच दो फांक है. वन विभाग के बैकुंठपुर डिवीजन के रेंज अधिकारियों के बीच बीते कुछ रोज से खूब तकरार है. इसकी शुरूआत बीते महीने बेलाकोवा रेंज अधिकारी संजय दत्त द्वारा चलाये एक मुहिम के बाद से हुयी. श्री दत्त ने इस मुहिम […]
सिलीगुड़ी. वन्य-प्राणी तस्करों की धर-पकड़ को लेकर वन विभाग के अधिकारियों के बीच दो फांक है. वन विभाग के बैकुंठपुर डिवीजन के रेंज अधिकारियों के बीच बीते कुछ रोज से खूब तकरार है. इसकी शुरूआत बीते महीने बेलाकोवा रेंज अधिकारी संजय दत्त द्वारा चलाये एक मुहिम के बाद से हुयी.
श्री दत्त ने इस मुहिम में सिलीगुड़ी से 200 करोड़ के सांपों के जहर के साथ एक गिरोह के चार तस्करों को गिरफ्तार किया था. दक्षिण दिनाजपुर जिले के गंगाराम पुर थाना क्षेत्र के जलाबत्ती गांव निवासी सुजय कुमार (32), दक्षिण दिनाजपुर जिले के कुमारगंज थाना क्षेत्र के गोपालपुर निवासी विपुल सरकार (54), बालुरघाट थाना क्षेत्र के इदरकपुर निवासी पिंटु बनर्जी (30) व मालदा जिले के चांचल थाना क्षेत्र के कपासियागंज निवासी अमल नुनिया (46) को रंगेहाथों पकड़ा गया था.
इसके बाद ही बैकुंठपुर डिवीजन अंतरगत जल्दापाड़ा वन्य-प्राणी रेंज ऑफिसर स्वप्न मांझी ने संजय दत्त की इस मुहिम को फरजी करार देकर विभाग में सनसनी फैला दी थी. श्री मांझी ने संजय दत्त पर आरोप लगाया था कि वह वन्य-प्राणी तस्करों की खबर देनेवालों के साथ सांठगांठ कर फरजी मुहिम चलाते हैं. श्री मांझी के इस खुलासे के बाद विभाग में खलबली मची हुई है. श्री मांझी के इन आरोपों का खंडन करने और श्री दत्त के समर्थन में खड़े विभाग के ही कुछ अधिकारियों ने गुरूवार को मीडिया के सामने मुंह खोला.
साथ ही संजय दत्त के कार्यों की सफाई देते हुए सांपों के जहर तस्करी मामले के मुख्य मुखबिर को भी मीडिया के सामने कर कर स्वप्न मांझी को ही कटघरे में खड़ा कर दिया. सिलीगुड़ी के सुभाषपल्ली के रहनेवाले खबरीलाल ने मीडिया से अपना नाम और फोटो प्रकाशित न करने की शर्त पर कहा कि 200 करोड़ के सांपों के जहर के तस्करी की उनको काफी दिनों से जानकारी थी. इसकी सबसे पहले उन्होंने स्वप्न मांझी को ही खबर दी थी. साथ ही योजनाबद्ध तरीके से गिरोह के तस्करों को अपने झांसे में लेकर सिलीगुड़ी आया था. लेकिन इससे पहले ही खबरीलाल को स्वप्न मांझी द्वारा अन्य रेंज अधिकारियों के साथ मिलकर इसमें हेर-फेर करने की भनक लग गयी. इसके बाद तस्करों को जल्द पकड़वाने के लिए बेलाकोवा रेंज ऑफिसर संजय दत्त को सूचित किया और जहर की तस्करी होने से पहले उन्होंने जहर से भरे छह कांच जार के साथ चार तस्करों को रंगेहाथ दबोचा. खबरीलाल का कहना है कि इस मुहिम के बाद स्वप्न मांझी की योजना फेल हो गयी और वह बौखला गये. उसका आरोप है कि श्री मांझी इसके बाद से फोन पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं और संजय दत्त के विरूद्ध भी उलजुलूल बातें कर रहे हैं. खबरीलाल ने श्री मांझी के विरूद्ध सिलीगुड़ी थाने में 28 अक्टूबर को एफआइआर भी दर्ज करा दी है. उसने सरकार और वन विभाग से सुरक्षा की गुहार लगायी है. खबरीलाल का कहना है कि इसके पहले भी संजय दत्त ने बेलाकोवा इलाके से सांपों के जहर के साथ कई तस्करों को पकड़ा था उसकी सूचना भी उन्होंने ही श्री दत्त को दी थी. एक सवाल के जवाब में खबरीलाल ने कहा कि मुझे वन्य-प्राणियों से काफी लगाव है. इस लिए कई वर्षों से वन्य-प्राणियों के संरक्षण को लेकर अपनी जान जोखिम में डालकर तस्करों के विरूद्ध यह मुहिम चला रहा है. खबरीलाल का कहना है कि यह मेरा पेशा नहीं जुनून है.
मुख्यमंत्री और वन मंत्री जायेगा मामला : वन अधिकारियों व कर्मचारियों के संगठन वेस्ट बंगाल फॉरेस्ट सर्विस इंप्लाइज फेडरेशन के दार्जिलिंग जिला इकाई (समतल) के बैनर तले सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान अधिकारियों ने पूरे मामले को मुख्यमंत्री और वन मंत्री तक ले जाने की बात कही. इनलोगों ने मुखबिर को भी इंसाफ दिलाने और सुरक्षा दिलाने का भी आश्वासन दिया. संगठन के सलाहकार अंग्शुमान तरफदार ने मीडिया के सामने स्वप्न मांझी पर विभाग के विरूद्ध कार्य करने और अपने सह-कर्मी के कार्यों पर अंगुली उठाने पर जमकर आलोचना की. श्री तरफदार का कहना है कि संजय दत्त के कर्मठ, ईमानदार व स्वाभिमानी वन अधिकारी हैं. उन्होंने मात्र दो सालों के अंदर दो बार सांपों के जहर तस्करी का खुलासा किया. पहली बार जहर के साथ कई तस्करों को और ताजा मामले में दूसरी बार छह शिशियों के साथ चार तस्करों को सिलीगुड़ी से पकड़ा. इसके अलावा भी उन्होंने बाघ, तेंदुए व काले भालू के खाल, खोपड़ी व हड्डियों को भी तस्करी होने से पहले पकड़ा है. हाथियों के 25 दांतों व गेंडा के तीन सिंग भी तस्करों के साथ पकड़ा है. श्री दत्त ने वन्य-प्राणी तस्कर गिरोह से जुड़े अब-तक कुल 178 तस्करों को गिरफ्तार भी किया है. श्री दत्त की इन उपलब्धियों के मद्देनजर ही उनकी ख्याती अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है. उनकी इस ख्याती से हमें और पूरे वन विभाग को नाज है.
झांसा देकर काम कराने का आरोप
एक अन्य सवाल पर खबरीलाल ने कहा कि उनका वन विभाग के कई अधिकारियों के साथ संपर्क है. इसी के तहत स्वप्न मांझी ने भी मुझे कई बार सूचना देने को कहा था और तस्करी का बड़ा मामला होने पर सरकार से सहायता दिलाने का झांसा दिया था. इससे पहले वाले मामले में संजय दत्त ने भी सरकार से सहायता दिलवाने और राष्ट्रपति से पुरस्कार दिलाने का आश्वासन दिया था. लेकिन आजतक कुछ नहीं हुआ. इसी वजह से इसबार तस्करी की पहले जानकारी श्री दत्त को न देकर श्री मांझी को दी थी. खबरीलाल का कहना है कि मुझे किसी चीज की भी लालसा नहीं है. मुझे केवल वन्य-प्राणियों के संरक्षण करने का शौक है लेकिन अब जान खतरे में होने के वजह से मैं अपना मुहिम पूरा नहीं कर सकता. इस बाबत स्वप्न मांझी से उनके मोबाइल फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गयी लेकिन स्वीच ऑफ होने से संपर्क नहीं हो सका.