सब-इंस्पेक्टर पर लगा दहेज उत्पीड़न का आरोप
जलपाईगुड़ी. वधू उत्पीड़न का आरोप एक पुलिसकर्मी पर लगा है. जलपाईगुड़ी शहर के रेसकोर्स पाड़ा में रहने वाले सब-इंस्पेक्टर नारायण छेत्री के खिलाफ जलपाईगुड़ी महिला थाने में शिकायत दर्ज करायी गई है. उनकी पुत्रवधू रीमा छेत्री को हालांकि थाने में शिकायत दर्ज कराने में काफी परेशानी हुई. पुलिस के सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ थाने में शिकायत […]
पुलिस के सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज नहीं की जा रही थी. अखबारों में मामला आने के बाद आखिरकार महिला थाने को शिकायत लिखना पड़ा है.प्राप्त जानकारी के अनुसार, रीमा थापा छेत्री ने सब-इंस्पेक्टर नारायण छेत्री के बेटे नरेश छेत्री से वर्ष 2011 में प्रेम विवाह किया है. रीमा का आरोप है कि ससुराल वाले लगातार अत्याचार करते रहे. इसी वजह से वह ससुराल में नहीं रह पायी. अपने पति के साथ रीमा किराये के मकान में रहती है. रिमा का आरोप है कि ससुराल में विभिन्न कार्यक्रमों में उन्हें बुलाया जाता था और ससुराल वाले उनके साथ अपमानजनक व्यवहार करते थे.
इस महीने की आठ तारीख को भी ससुराल वालों ने बहाने से बुलाया और उनके साथ मारपीट की. इतना ही नहीं, गैस सिलिंडर उनके सामने खोल दिया गया और आग से जला कर मारने की धमकी दी गई. उन्होंने अपने पति को इसकी जानकारी दी एवं ससुर नारायण छेत्री के खिलाफ जलपाईगुड़ी महिला थाने में शिकायत दर्ज कराने गई. पुलिस ने शिकायत की कोई रिसिविंग कॉपी उन्हें नहीं दी है. शुक्रवार को महिला थाना आकर रिमा ने अपने ससुर के साथ ही सास एवं ननद के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करा दी. अपने शिकायत में उन्होंने कहा है कि मायके से पैसे लाने का दबाव दिया जा रहा है. विवाह के समय दहेज के रूप में वह कुछ लेकर नहीं आयी थी. इसी वजह से ससुराल वाले बार-बार पैसे लाने का दबाव डालते हैं. उनके पिता के पास इतना पैसा नहीं है कि ससुराल वालों की मांग पूरी की जा सके. रीमा ने बताया है कि ससुर पुलिस अधिकारी हैं इसी वजह से पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है. नारायण छेत्री वर्तमान में कूचबिहार जिले के दिनहाटा थाने में तैनात हैं.
उनके पुत्र तथा रिमा के पति नरेश छेत्री ने भी अपने पिता पर ही निशाना साधा है. उसने कहा है कि पिता सिर्फ रीमा के साथ ही नहीं, बल्कि उसके साथ भी मारपीट करते हैं. आठ तारीख को भी मारपीट की गयी. पुलिस में सब-इंस्पेक्टर होने का रूआब दिखाकर वह अत्याचार करते हैं. दूसरी तरफ सब-इंस्पेक्टर नारायण छेत्री ने इस आरोप को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि गलत आरोप लगाकर थाने में शिकायत दर्ज करायी गई है. उन्होंने कभी भी किसी पर कोई अत्याचार नहीं किया. बेटे नरेश के साथ जब रीमा की शादी हुई थी, तो इसकी जानकारी परिवार को नहीं दी गई थी. वह शादी के खिलाफ नहीं थे, लेकिन लड़का और लड़की का उम्र कम था. उसके बाद भी रिमा के परिवार वाले मेरे बेटे को बरगला कर ले गये. उसके बाद से उनके बेटे का भी उनके साथ संपर्क नहीं है. उन्होंने कहा कि नरेश पहले अपनी पत्नी के साथ ससुराल में रहता था. बाद में ससुराल वालों ने उसे निकाल दिया. वह अब पत्नी को लेकर किराये के मकान में रहता है.
आठ तारीख की घटना के संबंध में उन्होंने कहा कि नरेश अपनी पत्नी को लेकर घर में रहने आया था. उस वक्त वह वहां थे भी नहीं. वह दिनहाटा थाने में थे. परिवार वालों ने कहा कि उनके दिनहाटा से लौटने के बाद ही कोई फैसला होगा. दोनों जोर-जबरदस्ती घर में प्रवेश करने लगे. इसी दौरान धक्का-मुक्की हुई है. उन्होंने कहा कि बेटे की नौकरी की व्यवस्था भी उन्होंने कर दी थी. मामूली पारिवारिक विवाद को वधू उत्पीड़न का मामला बताया जा रहा है. इधर, एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर तथा उनके परिवार के कई सदस्यों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज होने के बाद 10 नंबर वार्ड स्थित रेसकोर्स पाड़ा में खलबली मच गई है. पुत्रवधू रीमा ने ससुर नारायण छेत्री के अलावा सास तारा छेत्री, ननद उमा मंगर एवं देवी छेत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. महिला थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.