अवैध शराब के अड्डे का विरोध करने पर जानलेवा हमला
मालदा. अवैध शराब के अड्डे का विरोध करने पर फिर बदमाशों ने एक गृहवधू और उसकी सास पर हमला किया है. मंगलवार रात यह घटना मालदा शहर से करीब 35 किलोमीटर दूर गाजोल थाने के करलाभिटा गांव में घटी. उल्लेखनीय है कि गत रविवार की रात को इंगलिशबाजार थाने की कुलदीप मिश्र कॉलोनी में शराब […]
मालदा. अवैध शराब के अड्डे का विरोध करने पर फिर बदमाशों ने एक गृहवधू और उसकी सास पर हमला किया है. मंगलवार रात यह घटना मालदा शहर से करीब 35 किलोमीटर दूर गाजोल थाने के करलाभिटा गांव में घटी. उल्लेखनीय है कि गत रविवार की रात को इंगलिशबाजार थाने की कुलदीप मिश्र कॉलोनी में शराब के नशे में धुत बदमाशों का विरोध करने पर एक 20 वर्षीय युवक दास की हत्या कर दी गयी थी. इस घटना को 72 घंटे भी पूरे नहीं हुए कि गाजोल में दो महिलाओं पर शराबियों ने हमला कर दिया.
इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी है. घटना के बाद से हमलावर विश्वजीत सिंह, राजकुमार सिंह और उनका दलबल इलाके से फरार है. हमले की शिकार गृहवधू के एक भांजे सुदीप विश्वास ने गाजोल थाने में दो मूल अभियुक्तों विश्वजीत सिंह और राजकुमार सिंह समेत कुल आठ लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पीड़ित गृहवधू का नाम सुलेखा सरकार (30) और उसकी सास का नाम सरला सरकार (60) है. घायल सुलेखा को मंगलवार रात को ही मालदा मेडिकल कॉलेज में भरती कराया गया. लेकिन बुधवार सुबह उसकी हालत बिगड़ने पर उसे कोलकाता रेफर कर दिया गया. सुलेखा सरकार का इलाज गाजोल ग्रामीण अस्पताल में चल रहा है. दोनों के सिर और शरीर के अन्य विभिन्न हिस्सों पर धारदार हथियार से वार किया गया है.
गत रविवार को मालदा शहर की कुलदीप मिश्र कॉलोनी में भाभी के साथ अश्लील हरकत करने का विरोध करने पर बदमाशों ने अर्जुन दास की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इससे भड़के लोगों ने आरोपियों के घरों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी थी. लेकिन अभी तक इस मामले में किसी आरोपी को इंगलिशबाजार पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी है. शराबी बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि तीन दिन के अंदर ही गाजोल में दो महिलाओं पर हमला कर दिया गया.
मालदा मेडिकल कॉलेज के उपाधीक्षक डॉ ज्योतिष चंद्र दास ने बताया कि सुलेखा सरकार के सिर के बीचोबीच में धारदार हथियार से गंभीर हमला किया गया है. उनके शरीर से काफी खून बह गया है. मेडिकल कॉलेज ने अपनी तरह से हर संभव चिकित्सा की, पर उनकी हालत बिगड़ने लगी. इसके बाद उन्हें कोलकाता रेफर कर दिया गया.
पुलिस ने बताया सुलेखा सरकार के पति निमाई सरकार तीन दिन पहले ही मजदूरी करने दिल्ली गये हैं. उनके घर में छह और आठ साल की दो बेटियां तथा सास सरला सरकार हैं. मंगलवार रात को सुलेखा सरकार के घर के सामने कई शराबी युवकों ने अड्डा जमा रखा था. घर के सामने खूब शोर-गुल हो रहा था. इस पर सुलेखा बाहर आयीं और अड्डेबाजी का प्रतिवाद किया. तभी आरोपी विश्वजीत एवं राजकुमार सिंह और उनके दलबल ने सुलेखा सरकार को रास्ते में गिराकर पीटना शुरू कर दिया. सिर में हंसिया घोंपकर उनकी हत्या की कोशिश की गयी. अपनी पुत्रवधू की चीत्कार सुनकर सास सरला सरकार भागकर वहां पहुंचीं. लेकिन बदमाशों ने सास को भी मारना-पीटना शुरू कर दिया. बाद में जब पड़ोसी वहां जमा हुए, तो बदमाश भाग निकले.
बुधवार सुबह सुलेखा सरकार को मालदा मेडिकल कॉलेज से कोलकाता ले जा रहे उनके भांजे सुदीप विश्वास ने बताया कि काफी दिनों से आरोपी अपनी मनमर्जी से मामी के घर के सामने अवैध शराब का अड्डा चला रहे थे. मामी ने इसका विरोध किया था. इसी के चलते उनकी और उनकी सास की हत्या की कोशिश की गयी. पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दे दी गयी है. जिले के पुलिस अधीक्षक अर्णव घोष ने बताया कि इस मामले में सभी आरोपी फरार हैं. गाजोल थाने की पुलिस उनकी तलाश कर रही है.