हाकिमपाड़ा बालिका विद्यालय की छात्राएं डरीं

सिलीगुड़ी. अंध विश्वास ना सही लेकिन डर तो सबको लगता है. भूत-प्रेत, काला जादू आदि बातों को गांव वाले ही मान लें,लेकिन पढ़े-लिखे लोग इन बातों को मानने से इनकार करते हैं. लेकिन यहलोग भी श्मशान घाट या सुनसान सड़क से गुजरते हैं डरने लगते हैं. कुछ इसी प्रकार के डर से हाकिमपाड़ा बालिका विद्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2016 1:11 AM
सिलीगुड़ी. अंध विश्वास ना सही लेकिन डर तो सबको लगता है. भूत-प्रेत, काला जादू आदि बातों को गांव वाले ही मान लें,लेकिन पढ़े-लिखे लोग इन बातों को मानने से इनकार करते हैं. लेकिन यहलोग भी श्मशान घाट या सुनसान सड़क से गुजरते हैं डरने लगते हैं. कुछ इसी प्रकार के डर से हाकिमपाड़ा बालिका विद्यालय की छात्राएं भी परेशान हैं. रविवार को स्कूल के ही सुरक्षाकर्मी के बेटे का शव पाये जाने के बाद छात्राएं उस कक्ष की ओर जाने से डर रही है.
छात्राओं का कहना है कि मरने वाला भी एक छात्र था. वह भले ही दूसरे विद्यालय का छात्र था लेकिन यहीं रहता था. विद्यालय में कई बार उसे देखा था. उस कमरे के पंखे से लटक कर उसने आत्महत्या कर ली. उस कमरे में पहुंचने पर अजीब सा डर लगता है. मानो ऐसे जैसे वह उसी पंखे से लटका हुआ है, या पीछे खड़ा हो. उसका चेहरा अभी भी नजर के सामने आ जाता है. वार्षिक परीक्षा समाप्त होने की वजह से उस कमरे को लेकर फिलहाल कोई समस्या नहीं है. तत्काल उस कमरे का उपयोग भी नहीं है. हांलाकि अगले सत्र में माध्यमिक परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद ग्यारहवीं कक्षा में दाखिला लेने वाली छात्राओं को उसी कमरे में बैठाया जायेगा. वह कमरा ग्यारहवीं के लिये ही बना है.

विद्यालय की प्रधान शिक्षिका ममता साहा से इस संबंध में बात करने पर उन्ह‍ोंने बताया कि घटना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. यहां मातम का माहौल बना हुआ है. उन्होंने बताया कि दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा से पहले प्रीटेस्ट हो गया है. पांचवीं से नवंम श्रेणी तक की वार्षिक परीक्षा भी शनिवार को समाप्त हो गयी. विद्यालय में पढ़ाइ जारी है. प्रधान शिक्षिका से मिली जानकारी के अनुसार माध्यमिक से लेकर बारहवीं तक की छात्राएं अब कम ही विद्यालय आयेंगी. प्री-टेस्ट परिणाम घोषित होने के बाद माध्यमिक और बारहवीं के छात्राओं को विदा कर दिया जायेगा और ग्यारहवीं की छात्राएं बारहवीं में प्रवेश कर जायेगी. फलस्वरूप यह कमरा कुछ महीने के लिये खाली रहेगा. माध्यमिक परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद मई से ग्यारहवीं में दाखिला शुरू होगा. उसके बाद ग्यारहवीं कक्षा की पढ़ाइ शुरू होगी. उस समय उस कमरे का उपयोग अनिवार्य हो जायेगा. प्रधान शिक्षिका ने कहा कि यह एक घटना है और समय के साथ सभी इसे भूला देंगे. उम्मीद है आगामी दिनों में सब कुछ समान्य होगा.

रविवार की घटना के बाद सोमवार को विद्यालय पहुंची बारहवीं की छात्रा उर्मिला मालाकार ने बताया कि घटना के बाद स्वाभाविक रूप से उस कमरे में जाने से डर लगेगा. उसने बताया कि जनवरी के सात तारीख से परीक्षा होनी है. परीक्षा उसी कमरे में होना है. हम और हमारे अन्य साथी कैसे उस कमरे में बैठकर परीक्षा देंगे यही सोच रहे हैं. छात्रा का कहना है कि वह भूत-प्रेत, आत्मा जैसी अंधविश्वास को नहीं मानती लेकिन एक डर तो लगता है.

उल्लेखनीय है कि रविवार की सुबह हाकिमपाड़ा विद्यालय के दूसरी मंजिल पर स्थित ग्यारहवीं के कमरे से एक छात्र का शव पंखे से लटकता हुआ बरामद हुआ. मृतक प्रहलाद राय(14) उसी विद्यालय के सुरक्षाकर्मी कुलीन राय का बेटा था. उसकी मां भी यहीं ग्रुप डी की कर्मचारी है. विद्यालय प्रबंधन की ओर से रहने के लिये विद्यालय परिसर में ही एक कमरा दिया गया है. मृत छात्र सिलीगुड़ी विवेकानंद उच्च विद्यालय के नवम श्रेणी का छात्र था. परिवार के अनुसार प्रहलाद शनिवार की सुबह परीक्षा देने के लिये घर से निकला, लेकिन वापस नहीं लौटा. परीक्षा में खराब करने की वजह से उसने आत्महत्या की होगी. इसके अलावा अन्य कोई कारण उनकी जहन में नहीं आ रहा है. इधर,पुलिस इस मामले को विभिन्न दिशाओं से जांच कर रही है. पुलिस के अनुसार आत्महत्या की तरह दिखने वाले इस मामले में काफी कुछ धुंधला सा है.

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