सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी के निकट उत्तर चंपासारी के कोलाबारी स्थित शिरडी सिद्धेश्वर शिव मंदिर में मंगलवार से संगीतमय शिव महापुराण ज्ञान महायज्ञ का शुभारंभ हो गया. नौ दिनों तक चलनेवाले इस महायज्ञ का आज सुबह रंगारंग कलश यात्रा से आगाज हुआ. पारंपरिक वेश-भूषा में सुसज्जित स्थानीय महिलाएं माथे पर कलश रखकर इस यात्रा में शामिल हुइं.
नगरडुबा नदी से महिलाओं ने कलश में जल भरा. यह कलश यात्रा स्थानीय दुर्गा मंदिर, साईं मंदिर व ग्राम परिक्रमा करते हुए कथा स्थल शिव मंदिर में पहुंचकर धार्मिक अनुष्ठानों में तब्दील हो गयी. कलश यात्रा में शिव भक्तों द्वारा लगाये गये शिव शंकर के जयकारों से पूरा कोलाबारी इलाका गूंज उठा. मंदिर परिसर में ही पंडित श्री केशव उपाध्याय (शास्त्री) ने पूरे विधि-विधान के साथ शिरडी साईं और गणेश मूर्ति का प्रतिष्ठा करवाया. तत्पश्चात श्री उपाध्याय ने अपने विशेष अंदाज में संगीतमय शिवमहापुराण का कथा वाचन शुरू किया. श्री उपाध्याय ने पहले दिन शिव महिमा का बखान किया. ज्ञान महायज्ञ के पहले दिन भारी तादाद में शिवभक्तों ने ज्ञान महायज्ञ में शिरकत की.
मंदिर के पुरोहित खगेंद्र शास्त्री ने बताया कि 21 दिसंबर तक इस ज्ञान महायज्ञ का आयोजन होगा. साथ ही 20 दिसंबर के शाम को शिवजी का अलौकिक तांडव नृत्य और लक्ष्यवर्तिका दीप प्रज्ज्वलन का आयोजन होगा. नौ दिनों तक चलने वाले इस ज्ञान महायज्ञ को सफल बनाने में कथा आयोजक कमेटी श्री शिवमहापुराण समिति के चेयरमैन दुर्गा प्रसाद सुवेदी, अध्यक्ष गणेश भंडारी, उपाध्यक्ष सुर्य बहादुर सुवेदी, सचिव प्रदुप निरौला, उप-सचिव पूर्णिमा थामी, कोषाध्यक्ष शिला छेत्री व सरस्वती छेत्री के अलावा सभी सदस्य और समस्त शिव भक्त जी-तोड़ मेहनत कर रहे है. कथा वाचन के दौरान श्रोताओं को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए आयोजक कमेटी की ओर से समुचित व्यवस्था भी की गयी है.