सिलीगुड़ी. इ-रिक्शा (टोटो) मालिकों और चालकों की दादागीरी के विरुद्ध सिटी ऑटो मालिक लामबंद हो गये हैं. शनिवार को सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान सिलीगुड़ी सिटी ऑटो ऑपरेटर्स वेलफेयर सोसायटी के सचिव निर्मल सरकार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि टोटो मालिक व चालक राजनैतिक दलों के नेताओं-मंत्रियों की शह पर मनमानी कर रहे हैं. इसका खमियाजा सिटी ऑटो मालिकों को भुगतना पड़ रहा है.
टोटो मालिक और चालक नियम-कानूनों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं. नियमानुसार सिटी ऑटो के रूट पर टोटो नहीं चल सकते. उन्हें केवल पॉकेट रूटों पर ही चलाने का निर्देश है. लेकिन टोटो सुबह से रात तक सिटी ऑटो के रूटों पर दौड़ते रहते हैं. पुलिस की नाक के नीचे से टोटो क्षमता से अधिक सवारियां उठाते हैं. लेकिन उन पर कार्रवाई करने की पुलिस हिम्मत नहीं जुटा पाती. श्री सरकार का कहना है कि सिटी ऑटो चलाने के लिए मालिकों को लाइसेंस लेना पड़ता है और वर्ष भर कई तरह के टैक्स सरकार को देने पड़ते हैं, लेकिन टोटो मालिकों को न तो लाइसेंस लेने की जरूरत है और न ही टैक्स भरने की. इसके बावजूद टोटो मालिक व चालक दादागीरी और मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे.
उन्होंने कहा कि टोटो की दादागीरी और मनमानी के विरुद्ध कई बार थानों, पुलिस कमिश्नर व एसडीओ से लिखित शिकायत की गयी है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. श्री सरकार ने कहा कि मजबूरन संगठन ने 19 दिसंबर तक का समय शासन-प्रशासन को दिया है. इस बीच विवाद नहीं सुलझता है, तो संगठन ने 19 दिसंबर के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है. इस दौरान सिलीगुड़ी के सभी रूटों पर सिटी ऑटों बंद रहेंगे.