ताराबाड़ी पिकनिक स्पाट पर हो रही अवैध वसूली
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी से करीब आठ किमी दूर मिलन मोड़ से सटे ताराबाड़ी पिकनिक स्पॉट पर नये साल का जश्न मनाना लोगों को महंगा पड़ रहा है. कुछ स्थानीय महिलाएं पिकनिक पार्टियों से अवैध वसूली कर रही हैं. सामाजिक कार्यों के नाम पर धड़ल्ले से गोरखधंधा चल रहा है. महिलाओं ने किरण उपसंघ नामक एक […]
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी से करीब आठ किमी दूर मिलन मोड़ से सटे ताराबाड़ी पिकनिक स्पॉट पर नये साल का जश्न मनाना लोगों को महंगा पड़ रहा है. कुछ स्थानीय महिलाएं पिकनिक पार्टियों से अवैध वसूली कर रही हैं. सामाजिक कार्यों के नाम पर धड़ल्ले से गोरखधंधा चल रहा है. महिलाओं ने किरण उपसंघ नामक एक सामाजिक संगठन भी तैयार किया है. करीब 50 महिलाएं मिलकर इस संगठन की आड़ में पिकनिक पार्टियों से वसूली कर रही हैं.
इस अवैध वसूली को लेकर कुछ पिकनिक मनानेवालों और वसूली करनेवाली महिलाओं के बीच तू-तू, मैं-मैं भी काफी देर तक होती है. जब तक पिकनिक मनाने आये लोग रुपये नहीं देते, तब तक उन्हें पिकनिक स्पॉट पर प्रवेश ही नहीं करने दिया जाता. रस्सी का बैरिकेड लगाकर पिकनिक पार्टियों के वाहनों को रोका जाता है. रविवार को अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने आये बागडोगरा निवासी अमित चौधरी का कहना है कि यह पूरी तरह अवैध वसूली है. वाहनों की पार्किंग के नाम पर जो कूपन दिया जा रहा है, उस पर किसी सरकारी विभाग या शासन-प्रशासन की मोहर नहीं लगी है.
एक महिला सदस्य एस्थर लेप्चा का कहना है कि लोग पिकनिक मनाकर चले जाते हैं और पूरे स्पॉट को गंदा कर देते हैं. हम महिलाओं ने मिलकर स्पॉट को साफ-सुथरा रखने के लिए ‘क्लीन एंड ग्रीन’ मुहिम शुरू की है. लोगों से थर्माकोल के प्लेट-ग्लास व प्लास्टिक के डिस्पोजल ग्लास इस्तेमाल न करने की गुजारिश की जा रही है. हम लोग स्टॉल लगाकर शाल पत्ता के प्लेट, कटोरी व कागज के बने ग्लास बिक्री कर रहे हैं. इसके अलावा लोग खुले में पेशाब न करें, इसके लिए पिकनिक स्पॉट पर कई जगह टॉयलेट भी बनाये गये हैं. खासकर पिकनिक मनाने आयी महिलाओं को शौचालय को लेकर काफी परेशानियों से जूझना पड़ता है.
संगठन की अध्यक्ष गौरी लिंबू उर्फ अरुणा का कहना है कि वाहनों की पार्किंग वसूली से जो आय हो रही ,है वह हमलोग सामाजिक कार्यों में खर्च करेंगे. साथ ही पिकनिक स्पॉट को और अधिक आकर्षण बनाने की भी योजना है.
दूसरी ओर सिलीगुड़ी महकमा के एसडीओ हरि शंकर पणिक्कर का कहना है कि जिला या महकमा प्रशासन से किसी भी पिकनिक स्पॉट पर वाहनों से वसूली की अनुमति किसी भी संगठनों को नहीं दी गयी है. अगर लिखित शिकायत मिलती है तो अवश्य ही कानूनी कार्रवाई की जायेगी.