ड्रेन बनाने को लेकर गरमाया नया बाजार इलाके का माहौल

सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम के काम में बाधा देने का आरोप सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन पर लगा है. सिलीगुड़ी नगर निगम में आठ नंबर वार्ड पार्षद खुशबू मित्तल के साथ सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन के सदस्यों की बहसबाजी से ड्रेन निर्माण का बंद हो गया. मंगलवार को सुबह से ही भारी हंगामे से निगम के कर्मचारियों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2017 7:56 AM
सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम के काम में बाधा देने का आरोप सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन पर लगा है. सिलीगुड़ी नगर निगम में आठ नंबर वार्ड पार्षद खुशबू मित्तल के साथ सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन के सदस्यों की बहसबाजी से ड्रेन निर्माण का बंद हो गया. मंगलवार को सुबह से ही भारी हंगामे से निगम के कर्मचारियों को वापस लौटना पड़ा. दोनों पक्षों के बीच एक बैठक कर समस्या समाधान करने का निर्णय लिया गया है.
सिलीगुड़ी नगर निगम में आठ नंबर वार्ड व्यवसाय का एक गढ़ है. खराब सड़क,जल निकासी की बदहाल व्यवस्था, जाम आदि इलाके की पुरानी समस्या है. मंगलवार से वार्ड के नया बाजार इलाके में तीन सौ मीटर तक का हाइ ड्रेन निर्माण कार्य शुरू होना था. मंगलवार सुबह निगम के कर्मचारी पूरे ताम-झाम के साथ पहुंचे और काम शुरू करने लगे. वार्ड पार्षद खुशबू मित्तल का आरोप है उसी समय सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन के महासचिव गौरी शंकर गोयल, अध्यक्ष गोपाल खोरिया, मनोज अग्रवाल उर्फ कालीचरण सहित कई सदस्य वहां पहुंचे और पहले काम बंद कराया. उनका कहना था कि सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन से सलाह-मशवरा किये बगैर यह कार्य कैसे कराया जा रहा है. काफी वाद-विवाद के बाद पार्षद ने एक बैठक कर समस्या के समाधान का प्रस्ताव दिया. इस प्रस्ताव को मर्चेंट एसोसिएशन ने भी स्वीकार किया. इसके बाद काम बंद कराकर कर्मचारियों को वापस भेज दिया गया. इस संबंध में वार्ड पार्षद खुशबू मित्तल ने बताया कि इलाके में जल जमाव की समस्या पुरानी है.

इसी वजह से वार्ड में खासकर नया बाजार में जल निकासी की व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिये हाइ ड्रेन की सफाई व निर्माण करने का निर्णय लिया गया. दार्जिलिंग के भाजपा सांसद एस.एस अहलुवालिया से भी फंड की मांग की गयी. अपने सासंद फंड से उन्होंने निगम को रूपये दिये. नेहरू रोड के अंबा स्टोर से लेकर संजय कलवर्ट तक ड्रेन है. पार्षद ने बताया कि इस ड्रेन के उपर व्यवसायियों ने सीढ़ी बना ली है. फलस्वरूप समय-समय पर नाले की सफाई नहीं हो पाती. स्थिति यह है कि नाला कचरों से भरा पड़ा है. इसी वजह से इस ड्रेन के फिर से बनाने का प्रस्ताव निगम को दिया गया था. निगम की ओर से इस कार्य के लिये 23 लाख रूपये की योजना मंजूर की गयी. करीब दो महीने पहले ही स्थानीय व्यवसायियों को ड्रेन तोड़ने की सूचना दे दी गयी थी. उस समय किसी ने भी विरोध नहीं किया. मंगलवार से कार्य शुरू होने की बात थी, तब सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन ने अड़ंगा लगा दिया.

इधर, सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन के महासचिव गौरी शंकर गोयल से बात करने पर उन्होंने बताया कि वार्ड पार्षद हिटलर की तरह काम कर रही है. जहां मन हुआ शौचालय बना दिया, जब मन में आया ड्रेन तोड़ दिया, सड़क निर्माण शुरू कर दिया. वार्ड के विकास कार्य करने के नाम पर पार्षद गबन कर रही है. उन्होंने कहा कि ड्रेन निर्माण कार्य शरू करने से पहले व्यवसायियों को सूचित तक नहीं किया गया और ना ही सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन को सूचित किया गया. उनके एक निर्णय से व्यवसायियों का एक दिन का कारोबार चौपट हो गया. श्री अग्रवाल ने बताया कि उनके साथ एक बैठक कर समस्या का समाधान किया जायेगा.

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