यह दावा किया है सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने. शुक्रवार को निगम के बैनर तले इंडोर स्टेडियम में आयोजित महिला रोजगार प्रशिक्षण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला के दौरान उन्होंने यह दावा किया है. उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य कर्मी महिलाओं द्वारा भी निगम के शहरी और बस्ती इलाकों के घर-घर में जाकर लोगों को सेहत के प्रति जागरूक किया जा रहा है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि मात्र दो वर्षों के अंदर निगम क्षेत्र में रहनेवाली 30 अल्पसंख्यक युवतियों को कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया गया, जो आज नौकरी कर अपना जीविकोपार्जन कर रही हैं. साथ ही 10 अल्पसंख्यक महिलाओं को सिलाई मशीन प्रदान किया गया. ये महिलाएं निगम क्षेत्र के सरकारी प्राइमरी, अपर प्राइमरी स्कूलों के छात्र-छात्राओं के पोशाक तैयार कर अच्छा रोजगार कर रही हैं. महिलाओं को टेलरिंग की प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से नौ टेलिरिंग एसएचजी केंद्र तैयार किया जा रहा है.
निगम क्षेत्र के 14 हजार 407 बीपीएल धारी परिवार को अब-तक राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीवाइ) में शामिल कर दिया गया है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि निगम की ओर से चलाये जा रहे इन सभी कल्याणकारी परियोजनाओं को और कारगर बनाने की योजना है. इन परियोजनाओं का लाभ महिलाएं अधिक से अधिक उठा सके इसी उद्देश्य के लिए आज यह कार्यशाला आयोजित की गयी है. कार्यशाला के दौरान श्री भट्टाचार्य के अलावा डिप्टी मेयर रामभजन महतो, सिलीगुड़ी महकमा परिषद के सभाधिपति तापस सरकार, निगम के कमिश्नर सोनम वांग्दी भुटिया, सचिव सप्तर्षि नाग, मेयर परिषद सदस्य जय चक्रवर्ती, शंकर घोष, परिमल दत्त, एक नंबर बोरो कमेटी की चेयरमैन स्निग्धा हाजरा व अन्य विशिष्ठ व्यक्तियों ने भी कार्यशाला को संबोधित किया. इस कार्यशाला में पूरे निगम क्षेत्र से हजारों की तादाद में महिलाएं शामिल हुई.
तृकां के महीने भर के आंदोलन से लोगों का ध्यान हटाने के लिए और हमेशा मीडिया में बने रहने के लिए मेयर कभी कार्यशाला, कभी बेवजह की रैली वगैरह के जरिये नौटंकी कर रहे हैं. निगम की वाम बोर्ड की नाकामी अब लोगों से छिपी नहीं हैं. इसी नाकामी को छिपाने के लिए मेयर आये दिन नाटकबाजी करते फिरते हैं. राणा दा का कहना है कि वाम बोर्ड की उल-जुलूल हरकतों का तृकां न तो समर्थन करती है और न ही इन उटपटांग हरकतों में शामिल होगी. वहीं, मेयर अशोक भट्टाचार्य का कहना है कि सभी पार्षदों को इस कार्यशाला के लिए निमंत्रण-पत्र पहले ही भेजा गया था. साथ ही वह स्वंय विरोधी दल के नेता समेत अन्य सभी को इस कार्यशाला में आने के लिए फोन कर चुके थे. इसके बावजूद अगर विरोधी पार्षद निगम के कार्यक्रमों में शामिल नहीं होते हैं तो भी निगम लोगों के हित के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करती रहेगी.