नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी दोनों तानाशाहः अशोक
सिलीगुड़ी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. दोनों ही तानाशाह राजतंत्र चला रहे हैं. यह कहना है माकपा के राज्य सचिव मंडली के सदस्य सह सिलीगुड़ी के मेयर अशोक भट्टाचार्य का. वह बुधवार को केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की ममता सरकार पर […]
कचहरी रोड स्थित मुख्य डाकघर के सामने आयोजित धरना-प्रदर्शन के दौरान श्री भट्टाचार्य ने नोटबंदी के मुद्दे पर जहां मोदी सरकार पर निशाना साधा वहीं, चिटफंड घोटालों में तणमूल कांग्रेस (तृकां) के नेता-मंत्री-सांसदों को लेकर ममता सरकार को खूब लताड़ा. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के नाम पर मोदी ने देश की आम जनता को हैरान-परेशान किया. नोटबंदी से कालाधन निकालने और कैशलेस इंडिया गढ़ने का मोदी का सपना टांय-टांय फिस हो गया. न तो कालाधन सरकार को हाथ लगा और न ही आम जनता का भला हुआ. नोटबंदी से केवल भाजपा के नेता-मंत्री-सांसद और धनकुबेरों का ही पौ बारह हुए.
श्री भट्टाचार्य ने ममता पर भी तंज कसते हुए कहा कि बंगाल में मां-माटी-मानुष की नहीं बल्कि भ्रष्टाचारियों की सरकार है. चिटफंड घोटालों की सीबीआइ जांच में ममता सरकार के नुमाइंदों के नामों के खुलासों ने यह साबित कर दिया है कि तृकां के नेता-मंत्री-सांसदों ने सारधा से नारदा तक में अपना हाथ काला किया है. छह वर्षों के सत्ता में न तो बंगाल का विकास हुआ और न ही आम जनता का भला हुआ. विकास हुआ है केवल ममता सरकार के नेता-मंत्री-सांसदों, विधायकों का. उन्होंने कहा कि छह वर्ष पहले तृकां ने जो नेता-मंत्री-सांसद-विधायक या फिर पार्षद लोकसभा, विधानसभा या नगरपालिकाओं में साइकिल या फिर टूटे-फूटे वाहनों से पहुंचते थे. आज वहीं सांसद-विधायक-पार्षद आलीशान गाड़ियों से लोकसभा-विधानसभा या फिर नगरपालिकाओं में पहुंचते हैं. तृकां के नेता ऐसा कौन सा बड़ा बिजनेस करते हैं जिसकी वजह से ये नेता मात्र छह सालों में ही करोड़ों-अरबों रूपये की माया और अनगिनत चल-अचल संपत्ति के मालिक बन बैठे. आम जनता के जिंदगी भर की खून-पसीने की कमायी चिटफंड कंपनियों के नाम पर तृकां के नेताओं ने डकार लिये. सब कुछ जानने-समझने के बावजूद ममता इन्हें सीबीआइ के नकेल से बचाने की जोर-आजमाइश कर रही है. उन्होंने कहा कि चिटफंड घोटालों में केवल ममता सरकार के सांसद ही नहीं कई मंत्री-पार्षदों के अलावा वरिष्ठ व अन्य नेताओं के नामों का भी खुलासा होगा. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि इन घोटालों में उत्तर बंगाल के मंत्री-नेता-पार्षद भी सीबीआइ के नजर में हैं.
उन्होंने कहा कि ममता हिंसक राजनीति कर रही है. हत्या, बलात्कार, अत्याचार, नारी तस्करी, चोरी-छिनतायी जैसे जघन्य अपराधों का ग्राफ बंगाल में काफी बढ़ा. एक महिला मुख्यमंत्री के राज में आज महिलाएं ही अपने को सबसे अधिक असुरक्षित महसूस कर रही है. श्री भट्टाचार्य ने कहा ममता सरकार जनता की सुरक्षा के बजाये आतंकियों को पनाह व सुरक्षा की सौ फिसदी गारंटी लेती है.
धरना-प्रदर्शन से पहले श्री भट्टाचार्य व माकपा के दार्जिलिंग जिला कमेटी के सचिव जीवेश सरकार के अलावा अन्य वरिष्ठ कॉमरेडों की अगुवायी में हिलकार्ट रोड स्थित जिला पार्टी मुख्यालय अनिल विश्वास भवन के सामने से विशाल प्रतिवाद रैली निकली. माकपा के जोनल कमेटी के सदस्य जय चक्रवर्ती ने बताया कि इसके अलावा आसीघर, सुभाषपल्ली, सालुगाड़ा समेत कुछ छह इलाकों से अलग प्रतिवाद रैली निकाली गयी और सभी रैलीयां शहर का परिभ्रमण कर डाकघर के सामने समावेश व धरना-प्रदर्शन में तब्दील हो गयी.