विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी कार्यक्रमों में उसके मणिपुरी नृत्य का कार्यक्रम रखा जाता है. वह उत्तर बंग उत्सव जिला पुस्तक मेला से शुरू कर शांतिनिकेतन एवं कोलकाता सहित राज्य के भी विभिन्न भागों में नृत्य प्रस्तुत कर चुकी है. नृत्य में इतना नाम होने के बाद भी सुष्मिता किसी टीवी चैनल के डांस रियलिटी शो में शामिल होना नहीं चाहती. उसका कहना है कि वह शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत करती है और किसी टीवी चैनल में शास्त्रीय नृत्य को लेकर कार्यक्रम नहीं दिखाये जाते. वह मणिपुरी नृत्य को छोड़कर किसी और डांस फॉर्म में आगे नहीं बढ़ना चाहती.
सुष्मिता के पिता भवतेश भौमिक ने अपनी बेटी की इस उपलब्धिक का श्रेय डांस टीचर झिनुक राय चक्रवर्ती को दिया है. उन्होंने कहा कि उनके दिशा-निर्देश पर ही सुष्मिता नृत्य के क्षेत्र में इतना आगे बढ़ सकी है. वह भी सुष्मिता को काफी सहयोग करते हैं. नृत्य के कार्यक्रम में उसे कोई परेशानी न हो, इसका परिवार के लोग पूरा ध्यान रखते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनका कारोबार काफी छोटा है. बहुत कम आय होने के बाद भी वह अपनी बेटी के कला को निखारने में लगातार सहयोग कर रहे हैं. जब तक सकेंगे, तब तक अपनी बेटी का सहयोग करेंगे.